दिल्ली में ऑटो रिक्शा की आंशिक हड़ताल
चालकों के बिल्ले के बारे में सरकार के निर्देशों के विरोध में दिल्ली के 55,000 ऑटो रिक्शाओं में से आधे से अधिक मंगलवार को हड़ताल पर रहे। एक राष्ट्रव्यापी हड़ताल के साथ ही आटोरिक्शा चालकों की 25...
चालकों के बिल्ले के बारे में सरकार के निर्देशों के विरोध में दिल्ली के 55,000 ऑटो रिक्शाओं में से आधे से अधिक मंगलवार को हड़ताल पर रहे।
एक राष्ट्रव्यापी हड़ताल के साथ ही आटोरिक्शा चालकों की 25 यूनियनों में से 14 ने भी अपनी हड़ताल शुरू की।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तिपहिया चालक संघ के महामंत्री मंसूरी ने कहा, ''25 यूनियनों में से 11 यूनियनें हड़ताल में शामिल नहीं हैं।''
उन्होंने कहा कि आंशिक हड़ताल अधिक प्रभावी नहीं है लेकिन उनका मुद्दा अधिक महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 10 वर्ष पहले अस्थाई चालक बिल्ले दिए थे। इसके लिए हर चालक को 400 रुपये चुकाने पड़े और दो दिनों का प्रशिक्षण लेना पड़ा। सरकार ने इनके बदले स्थाई बिल्ले देने का वादा किया था लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि सरकार ने अब फिर 600 रुपये देने और नई परीक्षा में शामिल होने को कहा है। चालक कब तक पैसा देते रहेंगे?
अधिकांश ऑटो रिक्शा चालक सरकार और परिवहन अधिकारियों से नाराज हैं। उनका कहना है कि अधिकारियों को नियमित ढंग से चालक बिल्ले और वाहनों के फिटनेस प्रमाण-पत्र जारी करने चाहिए।