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कांगो सामूहिक बलात्कार कांड से मून स्तब्ध

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कांगो में विद्रोहियों द्वारा 154 महिलाओं से बलात्कार की कथित घटना को घोर प्रताड़ना करार देते हुए आरोप की जांच के लिए अपने दो शीर्ष सहयोगियों को भेजा है। बान ने...

कांगो सामूहिक बलात्कार कांड से मून स्तब्ध
एजेंसीWed, 25 Aug 2010 11:53 AM
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संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कांगो में विद्रोहियों द्वारा 154 महिलाओं से बलात्कार की कथित घटना को घोर प्रताड़ना करार देते हुए आरोप की जांच के लिए अपने दो शीर्ष सहयोगियों को भेजा है।

बान ने रवांडा तथा कांगो के विद्रोहियों की इन अमानवीय हरकतों की निंदा करते हुए इसे यौन हिंसा तथा कांगो के पूर्वी क्षेत्र में व्याप्त असुरक्षा का एक और वीभत्स उदाहरण करार दिया है।

बान के कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक महासचिव कांगो में 154 महिलाओं के साथ बलात्कार और उन पर हमले की घटना से स्तब्ध हैं। बयान में कांगो के सभी सशस्त्र गुटों से अपने हथियार डालने का आग्रह भी किया गया है।

बयान में कहा गया संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कांगो प्रशासन से इन वारदात की जांच करके इसके दोषी लोगों को सजा दिलाने तथा देश के पूर्वी क्षेत्रों में व्याप्त असुरक्षा की स्थिति के खात्मे की कोशिश करने का आग्रह किया है।

संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता मार्टिन नेसिरकी ने कहा कि बान ने जांच के लिए शांति रक्षा मामलों के सहायक महासचिव अतुल खरे को नियुक्त किया है।

इसके अलावा वह यौन हिंसा से जुड़े मामलों के विशेष प्रतिनिधि मारगोट वाल्सट्रम को भी कांगो भेज रहे हैं।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र ने कांगो में दो सशस्त्र गुटों माई-माई तथा फोर्सेस डेमोक्रेटिक्स डि लिबरेशन डु रवांडा (एफडीएलआर) के सदस्यों द्वारा पिछले महीने नॉर्थ किवू प्रान्त में एक गांव के 150 से ज्यादा महिलाओं के साथ बलात्कार किए जाने की पुष्टि की थी।

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