हरियाणा के यमुनानगर में बाढ़, कई गांव डूबे
भारी वर्षा के कारण हरियाणा के यमुनानगर जिले में कई छोटी नदियों के खतरे के निशान से ऊपर बहने से करीब 60 गांव बाढ़ से घिर गए हैं और सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि डूब गई है। जिले के अधिकारियों ने रविवार को...
भारी वर्षा के कारण हरियाणा के यमुनानगर जिले में कई छोटी नदियों के खतरे के निशान से ऊपर बहने से करीब 60 गांव बाढ़ से घिर गए हैं और सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि डूब गई है। जिले के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि छछरौली और बिलासपुर उपमंडलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है।
यमुनानगर के उपायुक्त अशोक सांगवान ने कहा, ''भारी वर्षा के कारण यमुनानगर में सोम और पथराला नदियों का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इससे समीप के निचले इलाकों के गांवों को खतरा पैदा हो गया है। परंतु घबराने की आवश्यकता नहीं है, हम स्थिति पर बराबर निगाह रखे हुए हैं।''
हरियाणा और पंजाब के विभिन्न हिस्सों में रविवार सुबह भारी वर्षा हुई। मौसम विभाग के अधिकारियों ने आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की संभावना प्रकट की है। यमुना नदी का पानी भी शनिवार को 90 हजार क्यूसेक के चेतावनी के स्तर पर पहुंच गया, लेकिन सांगवान ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि यमुना का जलस्तर पिछले कुछ घंटों में कम हुआ है। जलस्तर के 1.10 लाख क्यूसेक पर पहुंचने पर ही बाढ़ की आशंका होगी। हरियाणा के अंबाला, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, सिरसा और फतेहाबाद जुलाई में आई बाढ़ से बहुत प्रभावित थे। बाढ़ से राज्य में 26 लोगों की मौत हुई थी।