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पाक कप्तान बट ने रेफरल पर उठाई उंगली

पाकिस्तानी कप्तान सलमान बट ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में बल्लेबाजी के दौरान निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) का उपयोग नहीं करने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि यह तकनीक शत प्रतिशत सही नहीं...

पाक कप्तान बट ने रेफरल पर उठाई उंगली
एजेंसीSat, 31 Jul 2010 04:24 PM
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पाकिस्तानी कप्तान सलमान बट ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में बल्लेबाजी के दौरान निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) का उपयोग नहीं करने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि यह तकनीक शत प्रतिशत सही नहीं है।

पाकिस्तान की टीम का स्कोर तब छह विकेट पर 47 रन हो गया था जबकि जेम्स एंडरसन की गेंद पर अजहर अली को विकेट के पीछे कैच आउट दिया गया। रीप्ले से हालांकि लग रहा था कि गेंद बल्ले से नहीं लगी है।
डीआरएस के तहत दोनों टीमों को दो बार अंपायर के फैसले का चुनौती देने की अनुमति है। यदि दोनों बार उन्हें असफलता हाथ लगती है तो वह पारी में आगे किसी फैसले को चुनौती नहीं दे सकते।

ऐसा लग रहा था कि अपना तीसरा मैच खेल रहे अली ने नॉन स्ट्राइकर उमर अकमल से मशविरा करने के बाद रेफरल नहीं लेने का फैसला किया था जो उनके पक्ष में जा सकता था।

बट ने मैच के बाद कहा कि हॉक आई और हॉट स्पॉट दोनों तकनीक पूरी तरह से सही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रौद्योगिकी हॉक आई और हॉट स्पॉट दोनों शत प्रतिशत सही नहीं है। जब गेंद बल्ले के स्टीकर (किनारे) से लगती है तो वह उस स्थान पर निशान नहीं छोड़ती।

इस मैच में जटिलता इसलिए भी बढ़ जाती है कि जब तीसरा अंपायर रीप्ले देखता है उसी समय दर्शक भी स्टेडियम में लगी बड़ी स्क्रीन पर रीप्ले देखते हैं। इससे पहले की सीरीज़ में दर्शकों को इस तरह से रीप्ले देखने को नहीं मिलते थे।

बट ने कहा कि यदि बल्लेबाज जानता है कि गेंद बल्ले से लगी है तो फिर रेफरल लेने का कोई मतलब नहीं क्योंकि जब यह बड़ी स्क्रीन पर दिखाई देगा तो इससे पहले बल्लेबाज को बाद में अच्छा नहीं लगेगा।
उन्होंने कहा कि अजहर अली ने खेल भावना दिखाई। गेंद उसके बल्ले से लगकर गई थी और इसलिए वह सीधे वापस आ गया।

बट ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर इस साल के शुरू में तीन मैचों की सीरीज़ के दौरान हॉटस्पॉट की विश्वसनीयता पर उन्हें संदेह पैदा हुआ।

पाकिस्तानी कप्तान ने कहा कि जनवरी में हम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होबार्ट में खेल रहे थे और माइकल क्लार्क के साथ दो बार ऐसा हुआ। हमने आवाज सुनी और स्नीकोमीटर से पता चला कि जब गेंद बल्ले के पास से गुजरी तो आवाज हुई लेकिन हॉटस्पॉट इसे नहीं पकड़ पाया।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक बल्ले पर साइड स्टिकर होता है। यह कभी दिखता है और कभी नहीं। इसका मतलब है कि स्टिकर के मामले में भी कुछ करना होगा।

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