झारखण्ड में राष्ट्रपति शासन को संसद की मंजूरी
महंगाई के मुद्दे पर विपक्षी दलों के हंगामे के बीच झारखण्ड में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने संबंधी प्रस्ताव को बगैर चर्चा कराए ही संसद के दोनों सदनों की मंजूरी दे दी गई। राष्ट्रपति शासन लगाए जाने संबंधी...
महंगाई के मुद्दे पर विपक्षी दलों के हंगामे के बीच झारखण्ड में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने संबंधी प्रस्ताव को बगैर चर्चा कराए ही संसद के दोनों सदनों की मंजूरी दे दी गई।
राष्ट्रपति शासन लगाए जाने संबंधी प्रस्ताव ध्वनिमत से लोकसभा और राज्यसभा से पारित हुआ।
लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय माकन ने जब प्रस्ताव पेश किया तो विपक्षी सदस्य महंगाई के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे। हंगामे के बीच ही प्रस्ताव पारित करा लिया गया।
राज्यसभा में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री मुलापल्ली रामचंद्रन ने इस प्रस्ताव को पेश किया। यहां भी हंगामे के बीच ही प्रस्ताव पारित हुआ।
उल्लेखनीय है कि गत एक जून को झारखण्ड में राष्ट्रपति शासन लगाया गया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा झारखण्ड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने के कारण राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की नौबत आई। विधानसभा को फिलहाल निलंबित रखा गया है।