कर्ज पर निर्भरता कम हो, सब्सिडी घटाई जाए : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को कहा कि देश में विकास योजनाओं के संचालन के लिए कर्ज पर निर्भरता को कम करने की जरूरत है और इसके लिए सब्सिडी में कमी लाई जानी चाहिए। राष्ट्रीय विकास परिषद (एनडीसी)...
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को कहा कि देश में विकास योजनाओं के संचालन के लिए कर्ज पर निर्भरता को कम करने की जरूरत है और इसके लिए सब्सिडी में कमी लाई जानी चाहिए।
राष्ट्रीय विकास परिषद (एनडीसी) की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ''योजना व्यय के लिए आर्थिक संसाधन जुटाने में कर्ज पर निर्भरता बहुत ज्यादा है। इस स्थिति को बदला जाना चाहिए।''
इस साल देश का प्रस्तावित राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 5.5 प्रतिशत है। इस वित्त वर्ष में सरकार अब तक का सबसे ज्यादा 45.7 खरब रुपये (97 अरब डॉलर) कर्ज लेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, ''हम अपने राजकोषीय घाटे में अगले सालों में कमी करेंगे इसके लिए हमें गैर कर्ज स्रेत्रों की तलाश करनी होगी।''
इस साल देश का राजकोषीय घाटा 5.5 प्रतिशत के अनुमान से कम रहने के आसार है पिछले साल यह 6.6 प्रतिशत रहा। 3जी और ब्रॉडबैंड स्पैक्ट्रम की नीलामी से मिले 23 अरब डॉलर के राजस्व के चलते घाटे में कमी आई है।
मनमोहन सिंह ने कहा कि राजकोषीय घाटे में कमी के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के नुकसान को घटाने और गरीबों को दी जाने वाली सब्सिडी के तरीके में बदलाव की जरूरत है।