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ब्राइडल फैशन फेयर में मुगलकालीन परिधानों की झलक

भारतीय फैशन को अंतरराष्ट्रीय सिनेमा तक पहुंचाने वाले बेंगलूरु के दो फैशन डिजाइनर सितंबर में आयोजित होने जा रहे ब्राइडल फैशन फेयर में इस बार मुगलकाल में दुल्हनों के परिधानों की झलक दिखाने वाले...

ब्राइडल फैशन फेयर में मुगलकालीन परिधानों की झलक
एजेंसीFri, 16 Jul 2010 02:13 PM
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भारतीय फैशन को अंतरराष्ट्रीय सिनेमा तक पहुंचाने वाले बेंगलूरु के दो फैशन डिजाइनर सितंबर में आयोजित होने जा रहे ब्राइडल फैशन फेयर में इस बार मुगलकाल में दुल्हनों के परिधानों की झलक दिखाने वाले हैं।

जमीला और सीमा मल्होत्रा रिश्ते में मां बेटी हैं और पेशा उन्होंने फैशन डिजाइनर का चुना है। यह वही जोड़ी है जिसने हॉलीवुड की फिल्म एलिजबेथ में केट ब्लैंचेट के लिए कशीदाकारी और नगीनों से जड़े परिधान तैयार किए थे। शेक्सपीयर इन लव में जूडी डेंच ने सीमा और जमीला का डिजाइन किया हुआ मोरपंखी गाउन पहना था। फाइन्डिंग नेवरलैंड के खूबसूरत परिधानों के पीछे इन मां बेटी के हाथों की ही कलाकारी थी।

ब्राइडल एशिया विवाह मेले के लिए सीमा और जमीला जो संग्रह पेश करने जा रही हैं उसका नाम है हुस्न। उनका कहना है कि भारतीय महिलाओं के चिरकालिक सौंदर्य को परिभाषित करने तथा अतीत और वर्तमान का समुचित संगम बताने के लिए हुस्न से बेहतर शब्द और कोई नहीं हो सकता। जमीला की पुत्री सीमा ने हाल ही में यहां मेले की तैयारी के दौरान बताया संग्रह भारतीय महिलाओं के सौंदर्य की झलक दिखाता है जो वैश्वीकरण के दौर में चिरकालिक बना हुआ है।

सीमा ने कहा खूबसूरत साड़ी और लहंगे या अन्य परंपरागत परिधानों को पहन कर भारतीय नारी ने जो रहस्यमय जादू बिखेरा है, उसी से यह संग्रह प्रेरित है। सीमा ने कहा यह मेरी पहली दिल्ली यात्रा है और मुझे उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया मिली है। ब्राइडल एशिया की मुख्य कार्याधिकारी दिव्या गुरवारा का कहना है कि ब्राइडल फैशन फेयर का यह 12 वां आयोजन है। उन्होंने बताया हर साल हमारी कोशिश होती है कि आयोजन बेहतर से बेहतर हो। इस साल हमें 25 फीसदी बिक्री अधिक होने की उम्मीद है।

तीन दिवसीय यह आयोजन 11 सितंबर से शुरू हो रहा है। अनुमान है कि इसमें भारत सहित पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश के करीब 100 डिजाइनर भाग लेंगे। भारतीय फैशन डिजाइनरों में जयकिशन, रीना ढाका, सव्यसाची, पल्लवी, फाल्‍गुनी, जया राठौर और शेन पीकॉक आदि के संग्रह इसमें शामिल होने की उम्मीद है।

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