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भारत न्यायपालिका की गुणवत्ता में सुधार लाएगा : मोइली

भारत कानूनी शिक्षा व्यवस्था में सुधार के साथ न्यायपालिका की गुणवत्ता में सुधार के लिए विभिन्न कदम उठाएगा तथा अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता अदालतें गठित कर निवेशकों के लिए देश को सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र...

भारत न्यायपालिका की गुणवत्ता में सुधार लाएगा : मोइली
एजेंसीSat, 10 Jul 2010 05:18 PM
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भारत कानूनी शिक्षा व्यवस्था में सुधार के साथ न्यायपालिका की गुणवत्ता में सुधार के लिए विभिन्न कदम उठाएगा तथा अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता अदालतें गठित कर निवेशकों के लिए देश को सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र बनाने का प्रयास करेगा।

विधि मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने कहा कि भारत सरकार कानूनी शिक्षा में सुधार के जरिए न्यायपालिका की गुणवत्ता में सुधार किए जाने के पक्ष में है। निवेश के लिहाज से भारत को सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र बनाए जाने की आवश्यकता है।

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और दूसरे प्रशासनिक सुधार आयोग के अध्यक्ष मोइली ने कहा कि पांच करोड़ रुपये से अधिक के निवेश का फैसला व्यावसायिक अदालतों में एक साल के अंदर होगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की पहली प्राथमिकता देश भर के 933 लॉ कालेजों की पाठ्य सामग्री का उन्नयन और कानूनी शिक्षा में सुधार की ओर है।

मोइली ने कहा कि भारत में दस लाख से अधिक वकील हैं। हमारा इरादा अपने लॉ कालेजों में फैकल्टी को पुनर्गठित करना है। सरकार की दूसरी प्राथमिकता बेहतरीन केंद्रों के अलावा और नेशनल लॉ स्कूल की स्थापना किए जाने पर है ताकि देश के 28 राज्यों में से प्रत्येक में कम से कम एक ऐसा संस्थान हो। मोइली की पत्रकारों से बातचीत के दौरान ब्रिटेन में उप उच्चायुक्त आरएन प्रसाद भी मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि सरकार न्यायपालिका की स्वतंत्रता में हस्तक्षेप के बिना सुचारू संचालन के लिए कानूनी नियामक व्यवस्था स्थापित तथा एक तंत्र करना चाहेगी। मोइली ने कहा कि दूसरे चरण में सरकार का जोर मामलों में लगने वाले समय में कमी किए जाने पर होगा। अभी भारत में मामलों में 15 साल से अधिक की देरी होती है। सरकार इसे घटाकर तीन साल से कम करना चाहेगी।

मोइली ने कहा कि व्यावसायिक अदालत विधेयक जल्दी ही कानून का रूप ले लेगा जिससे मध्यस्थता के जरिए मामले जल्दी निबटाए जा सकेंगे। लोकसभा ने विधेयक को पारित कर दिया है। अब विधेयक राज्यसभा में पेश किया जाएगा। मोइली ब्रिटेन के न्याय मंत्री केनेथ क्लार्क के आमंत्रण पर लंदन में हैं।

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