फोटो गैलरी

Hindi Newsउत्तर भारत में मंद हुआ मानसून

उत्तर भारत में मंद हुआ मानसून

देश के उत्तरी इलाकों में पिछले कुछ दिनों से जोरदार बारिश हो रही थी जो अब धीमी पड़ गई है। इससे पंजाब-हरियाणा के बाढ़ प्रभावित इलाकों में हालात पहले से बेहतर हुए हैं लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में...

उत्तर भारत में मंद हुआ मानसून
एजेंसीFri, 09 Jul 2010 09:54 PM
ऐप पर पढ़ें

देश के उत्तरी इलाकों में पिछले कुछ दिनों से जोरदार बारिश हो रही थी जो अब धीमी पड़ गई है। इससे पंजाब-हरियाणा के बाढ़ प्रभावित इलाकों में हालात पहले से बेहतर हुए हैं लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गर्मी और उमस ने वापस दस्तक दी है।

हरियाणा के कुरूक्षेत्र-अम्बाला और पंजाब के लुधियाना में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में कई जगहों पर पानी उतरा है लेकिन कई इलाके अभी भी पानी में डूबे हैं जिससे सड़क परिवहन और खासतौर पर अम्बाला-हिसार राजमार्ग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अच्छी बात यह है कि रेल यातायात बहाल हो गया है।

पंजाब के संगरूर जिले में नहरों में कुछ नई दरारें पड़ गई हैं जिससे लगभग 50 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। सेना के जवान तटों को बांधने और राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। खबरें हैं कि बाढ़ के कारण पंजाब और हरियाणा में 23 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।

अगले पांच दिन के भीतर मध्य भारत के हिस्सों में मानसून की गतिविधि में कमी आएगी, जबकि अगले 48 घंटे के भीतर पश्चिमी तट और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में और 24 घंटे के भीतर उत्तर प्रदेश और बिहार में अच्छी बारिश देखी जा सकती है।

मानसून गतिविधि के मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी ताजा ब्योरे के मुताबिक, मध्य भारत के हिस्सों में अगले पांच दिन में मानसून की गतिविधि कमजोर पड़ सकती है। वहीं, कोंकण और गोवा, तटवर्ती कर्नाटक और केरल में अगले 48 घंटे में भारी बारिश देखी जा सकती है। साथ ही, अरूणाचल प्रदेश, असम, मेघालय तथा उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार में भी अगले 48 घंटे के भीतर भारी बारिश हो सकती है।

मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश और बिहार में अगले 24 घंटे बाद अच्छी बारिश होने का अनुमान है। वहीं, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, विदर्भ, तटवर्ती आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश हो सकती है या गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। 

बाढ़ के हालात से जूझ रहे पंजाब, हरियाणा के साथ ही चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के गंगा बहाव क्षेत्र में भी अगले 48 घंटे में छिटपुट बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है।

हरियाणा के कैथल में हांसी बुटाना नहर तथा सगरूर जिले में घाघर नदी में दरार आ जाने से पजांब तथा हरियाणा के बाढ़ प्रभावित जिलों में स्थिति और खराब हो गई। सेना इस दरार को पाटने के लिए प्रयास कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि हांसी बुटाना नहर में करीब 15 फुट की दरार आ गई है। इससे करीब 40 गावों में बाढ़ आ गई।

उन्होंने बताया कि अत्याधिक पानी की वजह से रसोली और नईवाला गांवों में घाघर नदी में दो जगह पचास और साठ फुट की दरार आ गई। इससे 50 गांवों में भर गया। आधिकारियों ने कहा कि करीब 30 फुट की दरार आ जाने के कारण अंबाला हिसार राजमार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ है। सेना के जवान राजमार्ग को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं।

इस बीच एक वरिष्ठ रेल अधिकारी ने बताया कि अंबाला चंडीगढ़ रेल लाइन पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, संगरूर, पटिआला और मोहाली जिलों के करीब 200 गांव बाढ़ प्रभावित हैं।

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें