मुआवजा लेने को किसान राजी
गोमतीनगर में निर्माणाधीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के लिए जमीन देने वाले किसानों को जिला प्रशासन ने मना लिया है। प्रशासन और किसानों के बीच सोमवार को मुआवजे पर समझौता हो गया। किसानों को एक बीघा...
गोमतीनगर में निर्माणाधीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के लिए जमीन देने वाले किसानों को जिला प्रशासन ने मना लिया है। प्रशासन और किसानों के बीच सोमवार को मुआवजे पर समझौता हो गया। किसानों को एक बीघा जमीन के बदले लाख रुपए मिलेंगे। सिंचाई विभाग व वन विभाग ने खेतों के बीच पड़ रहे नलकूप व पेड़ के मुआवजे की दर भी तय कर दी गई है। मुआवजा देने के लिए प्रशासन मंगलवार को प्लांट के कार्यस्थल पर शिविर लगाएगा। दूसरी ओर भारतीय किसान यूनियन समझौते के विरोध में नौ फरवरी को विधानभवन के सामने प्रदर्शन करेगा।ड्ढr लखनऊ विकास प्राधिकरण ने एसटीपी के लिए लोनापुर, भरवारा व भैसोरा गाँव के किसानों की 120 हेक्टेअर जमीन का अधिग्रहण किया है। किसानों को प्रति बीघा तीन लाख रुपए मुआवजा देने के लिए शिविर लगाया लेकिन किसान यह राशि लेने को राजी नहीं थे। क्षेत्रीय किसान संघर्ष समिति ने प्रति बीघा 11 लाख रुपए मुआवजा देने की माँग को लेकर विरोध जारी रखा। भारतीय किसान यूनियन ने भी प्रति बीघा 15 लाख रुपए का मुआवजा देने की माँग को लेकर अपना विरोध आरंभ कर दिया।ड्ढr जिला प्रशासन ने दूसरे संगठन की अपील ठुकराते हुए पहले संगठन के साथ वार्ता की और मुआवजे की रकम तय कर दी। जिलाधिकारी चंद्रभानु व एडीएम-भूमि अर्जन कैप्टन अमिताभ प्रकाश ने मोर्चा नेताओं के साथ समझौता किया। मोर्चा नेता शंभूनाथ सिंह ने बताया कि तीनों गाँव के 250 किसानों की जमीन अधिग्रहीत हुई है। ये सभी मुआवजा लेने के लिए राजी हैं। दूसरी ओर भाकियू के नेता प्रेम सिंह यादव का कहना है कि उनके समर्थन में संघर्ष कर रहे किसान मुआवजा नहीं लेंगे।