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आजाद का अंतिम संस्कार, माओवादियों ने किया बंद का आहवान

प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) ने अपने शीर्ष नेता चेएकुरी राजकुमार उर्फ आजाद की मौत के मद्देनजर सात जुलाई से दो दिवसीय बंद का आहवान किया है और मौत का बदला लेने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। इसके बाद...

आजाद का अंतिम संस्कार, माओवादियों ने किया बंद का आहवान
एजेंसीSun, 04 Jul 2010 08:10 PM
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प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) ने अपने शीर्ष नेता चेएकुरी राजकुमार उर्फ आजाद की मौत के मद्देनजर सात जुलाई से दो दिवसीय बंद का आहवान किया है और मौत का बदला लेने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। इसके बाद अधिकारियों ने नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है।

भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय समिति के वरिष्ठ सदस्य आजाद का रविवार को हैदराबाद के पुंजागुट्टा शवदाहगृह में उनके परिजनों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। शुक्रवार को आदिलाबाद जिले में मुठभेड़ में आजाद की मौत हो गई थी। अंतिम संस्कार में माओवादियों से सहानुभूति रखने वाले क्रांतिकारी कवि वारवरा राव और कल्याण राव समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।

भाकपा (माओवादी) द्वारा जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि केंद्र और आंध्र प्रदेश की खुफिया एजेंसियों ने आजाद की हत्या की। आजाद की प्रशंसा करते हुए वक्तव्य में कहा गया है कि माओवादी नेता अपने प्रभावी और सतत कार्यों की बदौलत भारतीय क्रांति की आत्मा और मस्तिष्क बन गए थे। माओवादियों ने आजाद की हत्या का बदला लेने की भी बात कही।

इस बीच पश्चिम बंगाल में सक्रिय रहे माओवादी नेता किशनजी ने कहा कि ऐसा लगता है कि केंद्र बातचीत नहीं करना चाहता। उन्होंने आजाद की मौत के खिलाफ सात जुलाई से 48 घंटे के भारत बंद का आहवान किया। उन्होंने आरोप लगाया कि आजाद को एक अन्य माओवादी नेता सुखदेव के साथ नागपुर में गिरफ्तार किया गया और वहां से डेढ़ सौ किलोमीटर दूर आदिलाबाद ले जाकर गोली मार दी गई।

माओवादियों के विरोध प्रदर्शन की आशंका के चलते छत्तीसगढ़ में अधिकारियों ने अलर्ट जारी कर दिया है।
 रायपुर में शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि पुलिस को कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा गया है क्योंकि आजाद की मौत के बदले माओवादी बड़ी हड़ताल कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ में पिछले तीन महीनों में नक्सली हमले में सुरक्षाकर्मियों समेत करीब दो सौ लोग मारे गए।

किशनजी ने एक अज्ञात स्थान से कहा कि आजाद भाकपा (माओवादी) केंद्रीय समिति की बैठक में शामिल होने के लिए दंडकारण्य जा रहे थे, जहां पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। उन्होंने दावा किया कि बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम द्वारा माओवादियों से बातचीत के मुद्दे पर सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेष से चर्चा के संदर्भ में घटनाक्रम पर विचार विमर्श होना था।

केंद्र और आंध्र प्रदेश की सरकार की आलोचना करते हुए किशनजी ने कहा कि ऐसा लगता है कि केंद्र बातचीत नहीं करना चाहता क्योंकि यह वार्ता की भी बात कर रहा है और फिर भी सदस्यों को मारा जा रहा है। माओवादी निरोधी अभियानों में वायु सेना के इस्तेमाल के मुद्दे पर फैसले के लिए 24 जुलाई को बुलाए गए मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन का जिक्र करते हुए किशनजी ने कहा कि गरीबों के खिलाफ वायु सेना का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। उन्होंने भारतीय वायु सेना से अपील करते हुए कहा कि आप भारतीय नागरिक हो, आपको गरीबों पर बंदूकों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

आजाद पर 12 लाख रुपये का इनाम घोषित था। वह कथित तौर पर आंध्र प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों एन चंद्रबाबू नायडू और एन जनार्दन रेड्डी की हत्या के प्रयासों में शामिल था।

 

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