दिग्विजय के निधन से शोक में डूबा खेल जगत
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह के गुरुवार को लंदन में असामयिक निधन पर खेल मंत्री एमएस गिल सहित विभिन्न खेल महासंघों के पदाधिकारियों ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि...
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह के गुरुवार को लंदन में असामयिक निधन पर खेल मंत्री एमएस गिल सहित विभिन्न खेल महासंघों के पदाधिकारियों ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय खेल जगत को उनकी बहुत कमी खलेगी।
दिग्विजय राष्ट्रमंडल निशानेबाजी टीम के साथ लंदन गए थे। उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद उन्हें वहां के सेंट थामस अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्हें मस्तिष्काघात पड़ा और आज सुबह उनका निधन हो गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद दिग्विजय 1999 से एनआरएआई के अध्यक्ष थे। इस दौरान भारत ने निशानेबाजी में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की जिनमें बीजिंग ओलंपिक में महशूर निशानेबाज अभिनव बिंद्रा का पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक शामिल है।
गिल ने कहा कि मैं दिग्विजय सिंह के दुखद और असामयिक निधन से बहुत दुखी हूं। दिग्विजय सिंह ने सांसद और खेल प्रशासक विशेषकर एनआरएआई के अध्यक्ष के तौर पर महत्वपूर्ण योगदान दिया। मैं ईश्वर से दुआ करता हूं कि वह उनके परिवार को इस क्षति से उबरने की क्षमता प्रदान करे।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी ने कहा कि दिग्विजय का निधन ऐसे समय में हुआ जब अक्टूबर में दिल्ली में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की सफलता के लिए उनकी सेवाओं की सख्त जरूरत थी।
कलमाड़ी ने कहा कि दिग्विजय सिंह लंबे समय से खेल और ओलंपिक आंदोलन से जुड़े हुए थे, वह कुशल खेल प्रशासक और राष्ट्रमंडल खेल 2010 की आयोजन समिति के कार्यकारी बोर्ड के सदस्य थे। भारतीय निशानेबाजी महासंघ के अध्यक्ष के तौर पर भारत ने निशानेबाजी के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की और बीजिंग में पहला व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता।
उन्होंने कहा कि उनका निधन ऐसे समय हुआ है जब राष्ट्रमंडल खेलों की सफलता के लिए उनकी सेवाओं की सख्त जरूरत थी। देश के खेल जगत को उनकी बहुत कमी खलेगी। उनके निधन पर भारतीय ओलंपिक संघ, राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति और व्यक्तिगत तौर पर मैं गहरा दुख व्यक्त करता हूं।
आईओए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा ने कहा कि उन्होंने अपना पारिवारिक मित्र खो दिया। मल्होत्रा ने कहा कि वह एक कुशल सांसद और खेल प्रशासक थे तथा इन दोनों क्षेत्रों में उन्होंने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया। मैं लंबे समय से उनसे जुड़ा था और यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।
एनआरएआई के सचिव राजीव भाटिया ने कहा कि संघ को दिग्विजय के नेतृत्व की कमी खलेगी। उन्होंने कहा कि उनकी अगुवाई में निशानेबाजी ने नई ऊचांइयां हासिल की। निशानेबाजी समुदाय ने अपना संरक्षक खो दिया।