तमिल समस्या पर श्रीलंका की जातीय पार्टियों को न्यौता
एशियन ट्रिब्यूट डॉट कॉम नामक एक न्यूज वेबसाइट ने दावा किया है कि श्रीलंका की तमिल समस्या के समाधान के लिए भारत, श्रीलंकाई तमिल राजनीतिक दलों के नेताओं को बातचीत के लिए सिलसिलेवार ढंग से नई दिल्ली...
एशियन ट्रिब्यूट डॉट कॉम नामक एक न्यूज वेबसाइट ने दावा किया है कि श्रीलंका की तमिल समस्या के समाधान के लिए भारत, श्रीलंकाई तमिल राजनीतिक दलों के नेताओं को बातचीत के लिए सिलसिलेवार ढंग से नई दिल्ली बुलाएगा।
एक मुस्लिम पार्टी के नेता ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, बात हो रही है कि तमिल मुद्दे पर विचार-विमर्श के लिए भारत अल्पसंख्यक और छोटी पार्टियों के नेताओं को नई दिल्ली आमंत्रित करेगा।
ऐसी किसी बैठक के प्रति हम आशावान हैं लेकिन अभी तक इस बारे में किसी राजनीतिक दल को कोई न्यौता नहीं मिला है।
नई दिल्ली से मिली खबरों में कहा गया है कि सीधा न्यौता देने के पीछे मुख्य वजह यह है कि तमिलों की शिकायतों के समाधान में श्रीलंका की ओर से लगातार देरी हो रही है, जबकि युद्ध खत्म हुए एक साल से ज्यादा समय बीत चुका है।
न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, विचार-विमर्श के लिए कोलंबो स्थित जातीय अल्पसंख्यक पार्टियों को सीधा निमंत्रण दिया जाएगा। राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे की नई दिल्ली यात्रा संपन्न होने के बाद ऐसा किया जाएगा।