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ब्राजील है मेरी फेवरेट टीम

यह समय है फुटबॉल की दीवानगी का और अपनी फुटबाल की यादों को ताजा करने का। यह खेल मेरे दिल के करीब है, इसलिए नहीं कि मेरी जड़ें बंगाली हैं, बल्कि इसलिए भी कि, जब भी मैं मैदान में जाता हूं तो इसके प्रति...

ब्राजील है मेरी फेवरेट टीम
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 11 Jun 2010 04:13 PM
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यह समय है फुटबॉल की दीवानगी का और अपनी फुटबाल की यादों को ताजा करने का। यह खेल मेरे दिल के करीब है, इसलिए नहीं कि मेरी जड़ें बंगाली हैं, बल्कि इसलिए भी कि, जब भी मैं मैदान में जाता हूं तो इसके प्रति जबर्दस्त दीवानगी नजर आती है। क्रिकेट मेरी जिंदगी है, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से फुटबॉल हमेशा मेरे पास बेहद नजदीकी के रूप से रहा है। इस बार विश्व कप दक्षिण अफ्रीका में हो रहा है। इस खूबसूरत देश में मैं कई बार गया हूं। वहां के लोग गर्मजोशी और दोस्ती से मिलते हैं। वे बड़े खेलप्रेमी भी हैं। मेरा मानना है कि लोगों को वहां बहुत मजा आएगा।

मैं फुटबॉल की दुनिया में जो हो रहा है, मैं उस पर नजर रखना चाहता हूं। इस बार इंग्लैंड में छुट्टियां मनाते हुए मैंने देश में फुटबॉल के क्रेज को महसूस किया है। यहां रूनी से बहुत उम्मीदें जताईं जा रही हैं। इस पर विचार व्यक्त किए जा रहे हैं कि कोच फैबियो कापेलो के निर्देशों से किस तरह इंग्लैंड एक ताकत बना हुआ है। इंग्लिश मीडिया इस बार अपने खिलाड़ियों पर ज्यादा दबाव नहीं बना रहा है। मेरी पसंदीदा टीम ब्राजील है। जब मैं बच्चा था तभी से इस दक्षिण अमेरिकी पॉवर हाउस का समर्थक रहा हूं। जब से मैंने खेल को समझना शुरू किया मैं उनकी कलाकारी से प्रेम करने लगा। ब्राजीली हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। मैंने ब्राजील को विश्व कप जीतते हुए पहली बार 1994 में देखा था। उस विश्व कप विजेता टीम के कप्तान डुंगा अब कोच हैं, मैं यह देख रहा हूं कि वह किस तरह से टीम के अनुशासन पर जोर दे रहे हैं, बजाए व्यक्तिगत चमक के।
डिएगो माराडोना मेरे सर्वकालीन फेवरेट हैं। इस व्यक्ति ने 1986 के विश्व कप में सभी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया था। वह एक सुपर एथलीट हैं, महान सजर्क हैं उनका गेंद नियंत्रण मंत्रमुग्ध करने वाला रहा है। यह व्यक्ति विश्व कप में वापस लौट आया है, एक फुटबॉलर के तौर पर नहीं बल्कि एक कोच के रूप में। एक कोच के रूप में मैं उनकी यह बात पसंद करता हूं कि उन्होंने लड़कों को ही लगातार चमक-दमक में रखा और फोकस को अपने से दूर ही रहने दिया है। उन्होंने खुलकर यह कहा है कि मेसी, टेवेज और इस टीम के अन्य खिलाड़ी 1986 की टीम में शामिल रहे खिलाड़ियों से बेहतर हैं।

यह रवैया टीम को एक यूनिट के रूप में बांधता है। 2008 की यूरोपियन चैंपियन स्पेन को भी जोरदार दावेदार माना जा रहा है। मेरा एक विचार है, जो बहुत ही व्यक्तिगत है, फुटबॉल में विश्व कप सबसे बड़ा मंच है। आम तौर पर बड़े टूर्नामेंटों में उन्हीं टीमों को वर्चस्व रहता है जिनके पास वो खिलाड़ी होते हैं जो मानसिक तौर पर बड़े मैचों का दबाव उठाने के लिए मजबूत होते हैं। बड़ी चैंपियनशिपों में सफलता के लिए यह बहुत जरूरी होता है। यही कारण है कि मैं अपनी फेवरेट टीमों की सूची में ब्राजील के साथ अर्जेंटीना, इंग्लैंड, जर्मनी, पुर्तगाल और इटली को रखूंगा।
(गेम प्लान)

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