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भाजपा ने जेठमलानी को दिया राज्यसभा का टिकट

भाजपा ने रविवार को जाने माने विधिवेत्ता और पूर्व केद्रीय मंत्री राम जेठमलानी को राज्यसभा के लिए राजस्थान से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया जबकि फिल्म अभिनेत्री हेमा मालनी के बारे में अभी तक रहस्य...

भाजपा ने जेठमलानी को दिया राज्यसभा का टिकट
एजेंसीSun, 06 Jun 2010 06:24 PM
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भाजपा ने रविवार को जाने माने विधिवेत्ता और पूर्व केद्रीय मंत्री राम जेठमलानी को राज्यसभा के लिए राजस्थान से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया जबकि फिल्म अभिनेत्री हेमा मालनी के बारे में अभी तक रहस्य बरकरार है।

रविवार को जारी भाजपा के एक बयान के अनुसार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने राजस्थान से राज्य सभा की दूसरी सीट के लिए राम जेठमलानी को पार्टी का उम्मीदवार बनाने की घोषणा की। हेमा मालनी अभी कर्नाटक और उड़ीसा से राज्यसभा के लिए पार्टी की उम्मीदवार बन सकती हैं। इन दोनों राज्यों में भाजपा अन्य दलों के समर्थन से अपना एक उम्मीदवार खड़ा कर सकती है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि हेमा मालनी चुनाव अभियान में पार्टी की प्रमुख प्रचारक रही हैं और उनको इसका पुरस्कार मिल सकता है।

सूत्रों के अनुसार पार्टी की एक अन्य नेता नजमा हेपतुल्लाह को इस बार टिकट मिलना कठिन दिखाई पड़ रहा है। नजमा पहले ही राज्यसभा के दो कार्यकाल पूरे कर चुकी हैं। फिर उन्हें पार्टी उपाध्यक्ष भी बनाया जा चुका है। जेठमलानी ने हाल ही में भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी को एक पत्र लिखकर भाजपा में शामिल होने और मध्य प्रदेश से राज्यसभा का उम्मीदवार बनने की इच्छा जाहिर की थी। मध्य प्रदेश में भाजपा सत्ता में है।

इससे पहले जेठमलानी वर्ष 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में लखनऊ सीट से भाजपा नेता और तत्कालीन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने यह चुनाव हालांकि निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ा था लेकिन उन्हें कांग्रेस ने समर्थन दिया था। जेठमलानी यह चुनाव हार गए थे।

जेठमलानी के राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली सहित भाजपा के अनेक वरिष्ठ नेताओं से अच्छे संबंध हैं, लेकिन आपराधिक मामलों के प्रसिद्ध वकील जेठमलानी को उम्मीदवार बनाने को लेकर भाजपा की फजीहत हो सकती है क्योंकि जेठमलानी ने इससे पहले राज्यसभा में बहस के दौरान संसद पर हमला करने के मामले के आरोपी अफजल गुरू की फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की वकालत की थी।

भाजपा संप्रग सरकार पर आरोप लगा रही है कि वह अपने राजनीतिक वोट बैंक को देखते हुए और अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण के लिए अफजल गुरू को फांसी नहीं दे रही है। राम जेठमलानी केन्द्र में संयुक्त मोर्चा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) दोनों सरकारों में मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। निर्दलीय सांसद रहे जेठमलानी वर्ष 1998 में भाजपा नेतृत्व वाली राजग में शामिल हुए थे हालांकि जुलाई 2000 में वह वाजपेयी सरकार से हट गए थे।

जेठमलानी के बेटे महेश भी वकील हैं और वर्ष 2009 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने भाजपा के टिकट पर उत्तर-मध्य मुंबई से चुनाव लड़ा था लेकिन कांग्रेस की उम्मीदवार प्रिया दत्त से हार गए थे। उसके बाद से वह भाजपा के सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य कर रहे हैं।

गडकरी ने अजय मारू को झारखंड से राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। वहां भाजपा उम्मीदवार को जीतने के लिए 28 विधायकों के वोट की जरूरत है जबकि राज्य में उसके 18 विधायक हैं और उसके सहयोगी जदयू के दो विधायक हैं। आजसू के पांच विधायक हैं जो रास चुनाव में भाजपा को समर्थन दे रहे हैं। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायक भी भाजपा को समर्थन दे सकते हैं।

 

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