भाजपा में आपसी खींचतान से गडकरी दुखी
भाजपा में आंतरिक कलह का परोक्ष जिक्र करते हुए पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि कुछ वरिष्ठ नेताओं के बीच टकराव होने से उन्हें काफी दुख होता है। भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के...
भाजपा में आंतरिक कलह का परोक्ष जिक्र करते हुए पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि कुछ वरिष्ठ नेताओं के बीच टकराव होने से उन्हें काफी दुख होता है।
भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के दो दिवसीय सम्मलेन में गडकरी ने कहा कि जब मैं देखता हूं कि दो बड़े व्यक्तियों के अंह टकरा रहे हैं तब मुझे बहुत दुख होता है। मैं उनके बीच मध्यस्थता का प्रयास करता हूं।
उल्लेखनीय है कि गडकरी को पिछले साल दिसंबर में उस समय भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था जब पार्टी में अंतर्कलह चरम पर थी। उन्होंने कहा कि हम सब को अपने मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की अगुवाई में टीम भावना के साथ काम करना चाहिए।
गडकरी ने कहा कि राष्ट्रवाद भाजपा का प्रेरणास्रोत है और यह पार्टी के राजनीतिक चरित्र को परिभाषित करता है। उन्होंने कहा कि पार्टी का मार्गदर्शन करने वाले महत्वपूर्ण व्यक्ति यहां पधारे हैं। सम्मेलन में भाजपा शासित राज्यों के 65 मंत्री और राज्य मंत्री उपस्थित थे। उनके अलावा करीब दो दर्जन पार्टी पदाधिकारी भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि हमने जिन सभी क्षेत्रों में काम किया, हमने साबित किया है कि हमारी पार्टी अन्य से भिन्न है और हमें इस बात पर गर्व है।
भाजपा का गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में शासन है वहीं वह बिहार और पंजाब में गठबंधन सरकार में शामिल है। सम्मेलन में भाग ले रहे मुख्यमंत्रियों में नरेंद्र मोदी (गुजरात), बीएस येदियुरप्पा (कर्नाटक), शिवराज सिंह चौहान (मध्य प्रदेश), प्रेम कुमार धूमल (हिमाचल प्रदेश), रमेश पोखरियाल (उत्तराखंड) शामिल हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी बैठक में भाग लिया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के पिता का शुक्रवार को निधन हो गया था। इस वजह से सिंह सम्मेलन में नहीं आ सके।