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तमिलनाडु में राजनीति और फिल्मों को अलग करना नामुमकिन

अभिनेत्री खुशबू के द्रमुक में शामिल होने से तमिलनाडु में राजनीति तथा फिल्मों के बीच चोली-दामन का साथ एक बार फिर जाहिर हो चुका है। राज्य में अभिनेता और पटकथा लेखक मुख्यमंत्री बनने की राह पर अग्रसर...

तमिलनाडु में राजनीति और फिल्मों को अलग करना नामुमकिन
एजेंसीSun, 16 May 2010 12:23 PM
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अभिनेत्री खुशबू के द्रमुक में शामिल होने से तमिलनाडु में राजनीति तथा फिल्मों के बीच चोली-दामन का साथ एक बार फिर जाहिर हो चुका है। राज्य में अभिनेता और पटकथा लेखक मुख्यमंत्री बनने की राह पर अग्रसर हैं।

शुक्रवार को राजनीति में कदम रखते हुए 39 वर्षीय खुशबू उन सेलिब्रिटीज में शामिल हो गईं जो रूपहले पर्दे के ग्लैमर और अपनी लोकप्रियता का इस्तेमाल वोट जुटाने के लिए करते हैं।

वयोवृद्ध अभिनेता एस एस राजेंद्रन ऐसी पहली फिल्मी हस्ती थे जिन्होंने 1957 में द्रमुक के टिकट पर चुनाव जीत कर तमिलनाडु विधानसभा में कदम रखा था। राज्य में फिल्मी हस्तियों के राजनीति में आने का लंबा इतिहास रहा है।

दिवंगत एम जी रामचंद्रन, उनकी पत्नी जानकी दोनों ही अभिनय के क्षेत्र से जुड़े थे। एमजीआर की शिष्या मानी जाने वालीं जयललिता साठ के आखिर और सत्तर के दशक की जानी मानी अभिनेत्री थीं। पटकथा लेखन के लिए कई पुरस्कार जीत चुके एम करुणानिधि वर्तमान में राज्य के मुख्यमंत्री हैं।

द्रमुख के संस्थापक सी एन अन्नादुरई भी पटकथा लेखक थे। वह 1967 में द्रमुक के पहले मुख्यमंत्री थे। 1969 में उनके निधन के बाद करुणानिधि ने पहली बार राज्य की बागडोर संभाली थी।

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