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बेटी के जन्म के साथ पौधरोपण की परंपरा

बिहार में एक ऐसा गांव है, जहां बेटियों के जन्म के साथ पौधरोपण की परंपरा है। भागलपुर जिले के धरहरा गांव में जब किसी घर में बेटी जन्म लेती है तो तुरंत ही उस परिवार के सदस्य गांव में 10 पौधे लगाते...

बेटी के जन्म के साथ पौधरोपण की परंपरा
एजेंसीTue, 11 May 2010 02:10 PM
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बिहार में एक ऐसा गांव है, जहां बेटियों के जन्म के साथ पौधरोपण की परंपरा है। भागलपुर जिले के धरहरा गांव में जब किसी घर में बेटी जन्म लेती है तो तुरंत ही उस परिवार के सदस्य गांव में 10 पौधे लगाते हैं।

भागलपुर जिला मुख्यालय से करीब 33 किलोमीटर दूर स्थित धरहरा गांव में वर्षो पहले आंरभ की गई यह परंपरा आज गांव की संस्कृति बन गई है। पूर्व में इस गांव में वृक्ष कहीं-कहीं नजर आते थे लेकिन अब यह गांव वृक्षों से भरा पड़ा है। ये वृक्ष इन ग्रामीणों को आर्थिक रूप से भी सबल बना रहे हैं।

धरहरा ग्राम पंचायत के मुखिया विजय कुमार सिंह ने बताया कि यह परंपरा गांव में काफी पहले से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि बेटी के जन्म के साथ जो 10 पेड़ लगाए जाते हैं वह उनके विवाह के समय तक बड़ा हो जाता है और लोगों की कमाई का जरिया बन जाता है। सिंह कहते हैं कि यही कारण है कि आज इस गांव में कई लोग तीन से चार एकड़ जमीन पर लगे बगीचे के मालिक हैं। यही नहीं बेटियों के जन्मदिन मनाने के दौरान परिवार के लोग इन पेड़ों का जन्मदिन मनाना नहीं भूलते।

करीब पांच हजार की आबादी वाले धरहरा गांव के विमलेश सिंह के पास दो एकड़ का बगीचा है। वह कहते हैं कि उनका विवाह वर्ष 1998 में हुआ। वर्ष 2003 में इनकी पहली बेटी का जन्म हुआ था, जिसके बाद उन्होंने पेड़ लगाया था।

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