फोटो गैलरी

Hindi Newsबच्चों में हो भारतीय संस्कृति और मूल्य का संचार

बच्चों में हो भारतीय संस्कृति और मूल्य का संचार

विदेशों में रहने वाले भारतीय अपनी संस्कृति और मूल्यों को लेकर काफी सजग हो रहे हैं। इसी कड़ी में अमेरिका और ब्रिटेन में रहनेवाले गुजरात के प्रवासी भारतीय अपनी अगली पीढ़ी में भारतीय परंपराओं और मूल्यों...

बच्चों में हो भारतीय संस्कृति और मूल्य का संचार
एजेंसीMon, 03 May 2010 05:53 PM
ऐप पर पढ़ें

विदेशों में रहने वाले भारतीय अपनी संस्कृति और मूल्यों को लेकर काफी सजग हो रहे हैं। इसी कड़ी में अमेरिका और ब्रिटेन में रहनेवाले गुजरात के प्रवासी भारतीय अपनी अगली पीढ़ी में भारतीय परंपराओं और मूल्यों का संचार करना चाहते हैं, ताकि अगली पीढ़ी अपनी जड़ों को भूले नहीं।

गौरतलब है कि अमेरिका और ब्रिटेन में कई सालों से बड़ी संख्या में गुजराती प्रवासी बसे हुए हैं। भारतीय-अमेरिका राष्ट्रीय समिति मंडल के अध्यक्ष सीके पटेल ने कहा कि इस साल जब गुजरात अपनी स्थापना का स्वर्ण जयंती वर्ष मना रहा है, हमने यह निर्णय लिया है कि इस वर्ष तीसरी पीढ़ी के इन नौजवानों को पचास-पचास के समूह में राज्य में ले जाया जायेगा। इस यात्रा का आयोजन इस तरह से किया जाएगा कि वे अपनी मातृभूमि के महत्व को समझ सकें।

पटेल ने कहा कि एक सर्वे के मुताबिक लगभग पंद्रह प्रतिशत भारतीय-अमेरिकी लड़के अंतर नस्लीय विवाह बंधन में बधे हैं वहीं उन्नीस प्रतिशत लड़कियों का भी अंतर नस्लीय विवाह हुआ हैं। तीसरी पीढ़ी के बारे में उन्होंने कहा कि इस समय हमारी चिंता का मुख्य विषय इस पीढ़ी में भारतीय संस्कृति और मूल्यों का निर्माण करना है जो विदेशी संस्कृति में पल-बढ़ रहे हैं। लंदन गुजराती संस्था के अध्यक्ष सीबी पटेल का मानना है कि ऐसी ही समस्या इंग्लैंड में भी है।

उनका कहना है कि अपनी तीसरी पीढ़ी के साथ हम भी ऐसी ही समस्या से जूझ रहे हैं। अंतर नस्लीय विवाह के काफी मामले यहां भी हैं, लेकिन इन चीजों पर हमें ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि ब्रिटेन के प्रवासियों के बीच घनिष्ठ पारिवारिक संबंध हैं। ऐसे बहुत सारे मुद्दों का परिवार द्वारा ध्यान रखा जाता है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें