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चेन्नई बना आईपीएल थ्री का चैंपियन

चेन्नई सुपरकिंग्स ने उतार-चढ़ाव से भरे फाइनल मैच में रविवार को यहां मुंबई इंडियन्स को 22 रन से शिकस्त देकर तीसरे इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब जीता। चेन्नई की इस जीत के नायक सुरेश रैना रहे जिन्होंने...

चेन्नई बना आईपीएल थ्री का चैंपियन
एजेंसीMon, 26 Apr 2010 12:46 AM
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चेन्नई सुपरकिंग्स ने उतार-चढ़ाव से भरे फाइनल मैच में रविवार को यहां मुंबई इंडियन्स को 22 रन से शिकस्त देकर तीसरे इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब जीता।

चेन्नई की इस जीत के नायक सुरेश रैना रहे जिन्होंने बल्लेबाजी में धमाल दिखाने के बाद गेंदबाजी में भी कमाल दिखाया जबकि लीग चरण में सर्वाधिक दस मैच जीतने वाली मुंबई को नतमस्तक उसके क्षेत्ररक्षकों और बल्लेबाजों ने किया।

रैना ने 13 और 28 रन के निजी योग पर मिले जीवनदान का फायदा उठाकर 35 गेंद पर तीन चौकों और इतने ही छक्कों की मदद से नाबाद 57 रन की पारी खेली। उन्होंने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (22) के साथ 35 गेंद पर 72 रन की साझेदारी की जिससे टीम ने शुरुआती झटकों से उबरकर पांच विकेट पर 168 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया।

मुंबई के बल्लेबाजों को रन बनाने के लिये जूझना पड़ा। उंगलियों में चोट के बावजूद क्रीज पर उतरे सचिन तेंदुलकर ने 45 गेंद पर 48 रन बनाये लेकिन उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज लंबी पारी नहीं खेल पाये। 18वें ओवर में क्रीज पर उतरे मुंबई के तारणहार कीरोन पोलार्ड दस गेंद पर 27 रन ही बना पाये जिससे उसका स्कोर नौ विकेट पर 146 रन पर थम गया।

चेन्नई का यह दूसरा फाइनल था लेकिन वह पहली बार चैंपियन बना। वह आईपीएल 2008 में राजस्थान रायल्स से खिताबी मुकाबले में हार गया था। यही नहीं धोनी आईपीएल ट्राफी उठाने वाले पहले भारतीय कप्तान भी बन गये हैं।

चेन्नई की तरह मुंबई इंडियन्स को भी शुरू में रन बनाने के लिये जूझना पड़ा। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन आठ गेंद का सामना करने के बावजूद बिना खाता खोले दूसरे ओवर में डग बोलिंजर की गेंद पर आउट हो गये ।

तेंदुलकर ने आर अश्विन के अगले ओवर में चौका जड़ा और पांचवें ओवर में इसी आफ स्पिनर की गेंदों पर अभिषेक नायर (27) के साथ मिलकर दस रन जुटाये। उन्होंने एल्बी मोर्कल का स्वागत दो चौकों से किया लेकिन इसके बाद 22 गेंद तक कोई बाउंड्री नहीं पड़ी। नायर ने दसवें ओवर में शादाब जकाती पर लगातार दो छक्के जड़कर यह क्रम तोड़ा लेकिन आधे ओवर पूरे हो जाने के बाद भी मुंबई का स्कोर एक विकेट पर 58 रन ही पहुंचा था।

रैना का आज भाग्य साथ दे रहा था और धोनी ने यह भांपकर उन्हें गेंद थमाने में देर नहीं लगायी। उनके पहले ओवर में ही नायर और उपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिये भेजे गये हरभजन सिंह (01) आउट हो गये। अब जकाती की बारी थी जिन्होंने 15वें ओवर में तेंदुलकर को सीमा रेखा पर विजय के हाथों कैच करवाने के बाद सौरभ तिवारी को खाता खोले बिना पवेलियन की राह दिखा दी।

मुंबई ने इसके बाद भी बिगहिटर पोलार्ड को नहीं उतारा और जेपी डुमिनी (6) को भेजा जो किफायती गेंदबाजी करने वाले मुथैया मुरलीधरन के शिकार बने। पोलार्ड जब क्रीज पर उतरे तो मुंबई को 18 गेंद पर 55 रन की जरूरत थी। पोलार्ड ने 18वें ओवर में बोलिंजर पर दो छक्के और इतने ही चौके जड़कर 22 रन बटोरे लेकिन अगले ओवर में अंबाती रायुडु (21) और पोलार्ड दोनों आउट हो गये और तब चेन्नई की जीत महज औपचारिकता रह गयी।

इससे पहले, सुरेश रैना की धमाकेदार अर्धशतकीय पारी से चेन्नई सुपरकिंग्स ने शुरू की डांवाडोल स्थिति से उबरते हुए मुंबई इंडियन्स के खिलाफ रविवार को इंडियन प्रीमियर लीग फाइनल में पांच विकेट पर 168 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।

डीवाई पाटिल स्टेडियम में रंगारंग समापन समारोह के बाद शुरू हुए फाइनल में चेन्नई की टीम 12वें ओवर तक डेढ़ सौ रन के करीब भी पहुंचने की स्थिति में नहीं दिख रही थी लेकिन रैना ने 13 और 28 रन के निजी योग पर मिले जीवनदान का फायदा उठाकर 35 गेंद पर तीन चौकों और इतने ही छक्कों की मदद से नाबाद 57 रन की पारी खेली। उन्होंने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (22) के साथ 35 गेंद पर 72 रन की साझेदारी करके टीम को शुरुआती झटकों से उबारा।

आईपीएल में दूसरी बार फाइनल खेल रहे चेन्नई की टीम टॉस जीतकर अपेक्षित तेजी से रन नहीं बना पाई। मैथ्यू हेडन पहले ओवर में ही हरभजन सिंह की पगबाधा की दो विश्वसनीय अपील से बचने के बाद किसी भी समय आत्मविश्वास से नहीं खेल सके और 31 गेंद का सामना करने के बावजूद केवल 17 रन बना पाए। उनके सलामी जोड़ीदार मुरली विजय (19 गेंद पर 26) ने दो तीन विश्वसनीय शाट जमाने के अलावा खास नहीं कर पाए।

हेडन ने तीसरे ओवर में हरभजन पर छक्का जड़कर आत्मविश्वास जगाने की कोशिश की जबकि विजय ने अगले ओवर में जहीर खान की गेंद को यही सबक सिखाया। विजय ने फर्नांडो का स्वागत भी छह रन से किया लेकिन इसी गेंदबाज के अगले ओवर में वह गेंद हवा में लहरा गए और सौरभ तिवारी ने उसे आसानी से कैच में तब्दील कर दिया।

कीरोन पोलार्ड ने अगले ओवर में हेडन को भी यही गलती दोहराने के लिए मजबूर किया और इस बार विकेटकीपर अंबाती रायुडु ने बाकी काम पूरा किया। नए बल्लेबाज एस बद्रीनाथ (14) भी अधिक देर तक नहीं टिक पाए और दो चौके जड़ने के बाद फर्नांडो के दूसरे शिकार बने।

जब 12वें ओवर तक स्कोर तीन विकेट पर 68 रन था तब धोनी ने पोलार्ड के अगले ओवर में मिडविकेट पर छक्का और फिर चौका जमाकर रन गति तेज करने की कोशिश की लेकिन वह रैना थे जो दो ओवर में दो जीवनदान का फायदा उठाकर गेंदबाजों पर हावी हुए।

बाएं हाथ का यह बल्लेबाज पहले फर्नांडो और अभिषेक नायर के बीच गफलत के कारण कैच आउट होने से बचा और उन्होंने जहीर के इस ओवर में चौका जड़ने के बाद लांग आन पर छक्का जमाया। पोलार्ड के अगले ओवर में जहीर ने उनका आसान कैच छोड़ा और रैना ने डीप एक्स्ट्रा कवर और लांग आन पर छक्के जड़कर इसका जश्न मनाया। उन्होंने फर्नांडो के अगले ओवर में चौका जड़कर केवल 26 गेंद पर आईपीएल का नौवां अर्धशतक पूरा किया।

धोनी के 18वें ओवर की पहली गेंद पर रन आउट होने से चेन्नई अंतिम तीन ओवर में धूमधड़ाका करने में असफल रही। यहां तक कि रैना का बल्ला भी चुप हो गया और उन्होंने इसके बाद जो आठ गेंद खेली उनमें केवल तीन रन ही बना पाए। एल्बी मोर्कल छह गेंद पर 15 रन बनाने के बाद रन आउट हुए।

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