फोटो गैलरी

Hindi Newsचार दशक तक खेलने वाले पांचवें क्रिकेटर हैं तेंदुलकर

चार दशक तक खेलने वाले पांचवें क्रिकेटर हैं तेंदुलकर

पिछले 20 से ज्यादा साल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेल रहे सचिन तेंदुलकर के नाम पर चार दशकों में खेलने की अनूठी उपलब्धि जुड़ी हुई है। तेंदुलकर वैसे एकमात्र क्रिकेटर नहीं है जिन्होंने चार दशक में कभी...

चार दशक तक खेलने वाले पांचवें क्रिकेटर हैं तेंदुलकर
एजेंसीSat, 24 Apr 2010 11:17 AM
ऐप पर पढ़ें

पिछले 20 से ज्यादा साल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेल रहे सचिन तेंदुलकर के नाम पर चार दशकों में खेलने की अनूठी उपलब्धि जुड़ी हुई है। तेंदुलकर वैसे एकमात्र क्रिकेटर नहीं है जिन्होंने चार दशक में कभी न कभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेली। इस मामले में भारतीय स्टार का नंबर पांचवां हैं लेकिन वर्तमान समय के खिलाड़ियों में वह यह मुकाम हासिल करने वाले अकेले खिलाड़ी हैं। पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 20 साल पूरे करने वाले तेंदुलकर ने यह विशेष उपलब्धि 2010 में पहला मैच खेलते ही हासिल की थी।

रिकॉर्डों के बादशाह तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ कराची में 15 नवंबर, 1989 से शुरू हुए टेस्ट मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। तब तेंदुलकर 16 साल 205 दिन के थे और तब से वह लगातार भारतीय टीम के अभिन्न अंग हैं। उनसे पहले जिन खिलाड़ियों का अंतरराष्ट्रीय करियर चार दशक तक चला उनमें बाकी चारों क्रिकेटर विल्फ्रेड रोडस, जैक हाब्स, फ्रैंक वूली और ब्रायन क्लोज इंग्लैंड के हैं।
 
तेंदुलकर ने हाल में 24 फरवरी, 2010 को अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था और तब तक उनके 20 साल 101 दिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पूरे हो गए थे। इस बीच ढेरों रिकॉर्ड बनाने वाले तेंदुलकर ने अब तक 166 टेस्ट मैच में 55.56 की औसत से रिकॉर्ड 13,447 रन और 442 वनडे में 17,598 रन बनाए हैं। उनके नाम पर 268 प्रथम श्रेणी मैचों में 22,336 रन दर्ज हैं।

सर्वाधिक 30 साल से भी ज्यादा समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले विल्फ्रेड रोडस का करियर तो पांच दशक तक खिंचा था। इस ऑलराउंडर ने अपना पहला टेस्ट मैच एक से तीन जनवरी 1899 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जबकि अंतिम टेस्ट मैच तीन से 12 अप्रैल 1930 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। उन्होंने 58 टेस्ट मैच में 2325 रन और 127 विकेट लिए।

रोडस के नाम पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सर्वाधिक 1110 मैच खेलने, 4204 विकेट लेने, 1,85,799 गेंद करने और 70, 322 रन देने के अनूठे रिकॉर्ड भी दर्ज हैं। दुनिया में रोडस को छोड़कर किसी भी दूसरे क्रिकेटर ने 1000 से ज्यादा प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेले। उनके बाद फ्रैंक वूली (978 मैच) का नंबर आता है।

इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक हाब्स ने भी चार विभिन्न दशकों में कभी न कभी अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उन्होंने एक से सात जनवरी 1908 के बीच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओवल में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और इसी टीम के खिलाफ इसी मैदान पर 16 से 22 अगस्त 1930 को अंतिम मैच खेला था।

हाब्स ने 61 टेस्ट मैच में 56.94 की औसत से 5410 रन बनाए। द मास्टर के नाम से मशहूर इस बल्लेबाज ने 834 प्रथम श्रेणी मैचों में रिकॉर्ड 61,760 रन और रिकॉर्ड 199 शतक जमाए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मार्च 1929 में मेलबर्न में 142 रन बनाकर सबसे अधिक उम्र में टेस्ट शतक जमाने का रिकॉर्ड बनाया था। तब हाब्स की उम्र 46 साल 82 दिन थी।

जिन क्रिकेटरों का अंतरराष्ट्रीय करियर चार दशक तक चला उनमें फ्रैंक वूली भी शामिल है जिनका करियर नौ अगस्त 1909 से 22 अगस्त 1934 तक चला था। उन्होंने 64 टेस्ट में 3283 रन बनाए और 83 विकेट लिए। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 1018 कैच लिए, जो विश्व रिकॉर्ड है। वूली ने 978 प्रथम श्रेणी मैच में 58,959 रन और 145 शतक बनाने के अलावा 2066 विकेट भी लिए।

इंग्लैंड के ही पूर्व कप्तान ब्रायन क्लोज भी 23 जुलाई, 1949 से अपने करियर की शुरुआत करके 13 जून 1976 को वेस्टइंडीज के खिलाफ मैनचेस्टर में शुरू हुए टेस्ट मैच तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते रहे। उन्होंने केवल 22 टेस्ट मैच खेले लेकिन चालीस से लेकर सत्तर के दशक तक वह कभी न कभी अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।

क्लोज ने टेस्ट मैचों में 887 रन बनाए और 18 विकेट लिए। उन्होंने इसके अलावा तीन वनडेअंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले। क्लोज के बारे में दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने बीच में 28 अगस्त, 1967 से तीन जून 1976 तक यानी आठ साल 280 दिन तक कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला।

इन सभी खिलाड़ियों में और तेंदुलकर में यही अंतर है कि भारतीय बल्लेबाज ने हर वर्ष कोई न कोई अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। उनके नाम पर सर्वाधिक टेस्ट, सर्वाधिक वनडे मैच खेलने के अलावा इन दोनों प्रारूप में सर्वाधिक रन और सर्वाधिक शतक बनाने का रिकॉर्ड है। इसके अलावा कई अन्य ढेरों रिकॉर्ड भी तेंदुलकर के नाम पर दर्ज हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें