त्योहार नजदीक आते ही सक्रिय हो जाते लुटेरे
ाब-ाब ज्योहार नजदीक आते हैं राजधानी में मोटरसाइकिल सवार बाइकर्स गिरोह का तांडव शुरू हो जाता है। मोटरसाइकिल सवार कैश लुटेर बेखौफ होकर कैश लूट की घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं। रह-रहकर पटना को दहलाने...
ाब-ाब ज्योहार नजदीक आते हैं राजधानी में मोटरसाइकिल सवार बाइकर्स गिरोह का तांडव शुरू हो जाता है। मोटरसाइकिल सवार कैश लुटेर बेखौफ होकर कैश लूट की घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं। रह-रहकर पटना को दहलाने वाले इन कैश लुटेरों ने बीते वर्ष 1ाुलाई से अबतक लूट और डकैती की 27 घटनाओं को अंजाम देते हुए राजधानी में 42 लाख 2 हाार 230 रुपये लूटे हैं।बीते दूर्गा पुजा और दीपावली नजदीक आते ही अपराधियों ने ताबड़तोड़ लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था।ड्ढr ड्ढr ढाई माह स्थिर रहने के बाद जब होली जसा महापर्व माथे पर है लुटेरों की फिर से शुरू हुई सरगर्मी ने पुलिस के साथ साथ-साथ बैंक ग्राहकों के माथे पर भी शिकन ला दिया है। ग्राहको को अपना शिकार बनाने वाले इन लुटेरों की फितरत को ध्यान में रखकर पूर्व में सभी थानाध्यक्षों को अपने थाना क्षेत्र में स्थित बैंकों और संदिग्ध युवकों पर कड़ी नजर रखने की हिदायत दी थी पर पटना पुलिस कितनी चौकस है इसका नजारा सोमवार को एक्ाीविशन रोड में देखने को मिला। गांधी मैदान थाना से महा कुछ ही फर्लाग पर स्थित एचडीएफसी बैंक में रकम जमा करने जा रहे व्यवसायियों से भारी-भरकम राशि लूट ली। लुटेर जब घटना को अंजाम दे रहे थे तो ‘पटना पुलिस आपकी सेवा में ’ का नारा देने वाले खाकीधारियों का दूर-दूर तक पता नहीं था। घटना के वक्त वह अपनी सेवा कहां दे रहे थे इसे तो पुलिसवाले ही अच्छी तरह जान सकते हैं। पूटा चुनाव : प्रचार तेज जोड़-तोड़ भी शुरूड्ढr पटना (हि.प्र.)। पूटा चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। बाजी मारने के लिए चुनाव मैदान में डटे सभी उम्मीदवार जोड़-तोड़ में लगे हैं। हालांकि तीनों गुट अपनी-अपनी जीत के दावा कर रहे हैं, लेकिन विजयश्री किससे मिलेगी, यह तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा। उम्मीदवार रोज ही सुबह ही वोट मांगने निकल जा रहे हैं। वोट मांगने के लिए मोबाइल का भी सहारा लिया जा रहा है। कैंपस में भी जिधर देखो, उधर ही चुनाव के ही चर्चे हैं। विश्वविद्यालय के अन्य कर्मचारी भी चुनाव में खासी दिलचस्पी ले रहे हैं। पूटा महासचिव के लिए दोबारा भाग्य आजमा रहे रणधीर कुमार सिंह अपने पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों के सहार वोट मांग रहे हैं। उन्होंने इस चुनाव में पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने और नया यूजीसी वेतनमान लागू कराने को अपना प्रमुख एजेंडा बनाया है। वहीं डा. यूके सिन्हा व डा. धर्मप्रकाश गुट शिक्षकों के हित में काम करने का वादा कर रहे हैं। चुनाव में उतर तीनों गुटों का पलड़ा लगभग बराबर है।ड्ढr ड्ढr ऐसे में त्रिकोणीय मुकाबले होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि पूटा के सात पदों के लिए 28 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। अध्यक्ष, महासचिव व कोषाध्यक्ष के एक-एक और उपाध्यक्ष व संयुक्त सचिव के दो-दो पदों के लिए 18 फरवरी को चुनाव होगा। कार्यकारिणी के लिए 18 उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं।ं