दमदार जीत के साथ सायना सेमीफाइनल में
युवा सनसनी सायना नेहवाल ने अपना विजय अभियान जारी रखते हुए शुक्रवार को मलेशिया की म्यू चू वोंग को एकतरफा मैच में सीधे गेमों में हराकर बैडमिंटन एशिया चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाई लेकिन...
युवा सनसनी सायना नेहवाल ने अपना विजय अभियान जारी रखते हुए शुक्रवार को मलेशिया की म्यू चू वोंग को एकतरफा मैच में सीधे गेमों में हराकर बैडमिंटन एशिया चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाई लेकिन र्क्वाटर फाइनल में अदिति मुतातकर को शिकस्त झेलनी पड़ी जबकि युगल में भी भारत को निराशा हाथ लगी।
शीर्ष वरीय सायना ने सातवीं वरीय वोंग को 29 मिनट में 21-5, 21-13 से हराया जबकि अदिति एकतरफा मुकाबले में चीन की क्वालीफायर शिन ल्यू से 14-21, 11-21 से हार गई। सायना फाइनल में जगह बनाने के लिए शनिवार को चीन की क्वालीफायर शुएएई ली से भिड़ेगी जिन्होंने र्क्वाटर फाइनल में जापान की शोजी सातो को 21-16, 21-15 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया।
भारत को दूसरा एशियाई चैम्पियन देने का दारोमदार अब हैदराबाद की सायना पर ही है क्योंकि अन्य भारतीयों का टूर्नामेंट में सफर आज समाप्त हो गया।
मिश्रित युगल में ज्वाला गुट्टा और वी दीजू जबकि पुरुष युगल में रूपेश कुमार और सनावे थामस की जोड़ी को पहला गेम जीतने के बावजूद शिकस्त का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही पुरुष एकल और महिला युगल के बाद इन दोनों वर्गों में मेजबान की चुनौती खत्म हो गई।
ज्वाला और दीजू की शीर्ष वरीय जोड़ी को कड़े मुकाबले में झियान क्यू और किंग टियान की चीन की गैरवरीय जोड़ी ने 47 मिनट में 15-21, 21-11, 21-14 से हराया जबकि रूपेश और सनावे की तीसरी वरीय जोड़ी को सैंग हून हान और जी मान हवांग की कोरियाई जोड़ी ने क्वार्टर फाइनल में 55 मिनट में 17-21, 21-16, 21-15 से हराकर बाहर कर दिया।
दूसरी तरफ सायना ने वोंग को मैच के कोई मौका नहीं दिया और उन्हें नेट के करीब नहीं आने दिया। भारतीय खिलाड़ी ने विरोधी की एकाग्रता तोड़ी और फिर ड्राप शाट और स्मैश से काफी अंक जुटाए। दूसरी तरफ वोंग को कोर्ट से तालमेल बैठाने दिक्कत हुई और उनके पास सायना की तेजी का कोई जवाब नहीं था।
इससे पहले ज्वाला और दीजू ने पहले गेम में आसान जीत दर्ज की लेकिन वह दूसरे गेम में इस सफलता को दोहरा नहीं पाए। इस जोड़ी को दूसरे गेम में दीजू की पीठ की तकलीफ के कारण भी परेशानी हुई क्योंकि उन्हें मूव करने में दिक्कत हो रही थी। भारत की शीर्ष वरीय जोड़ी के पास अंतिम गेम में वापसी का मौका था लेकिन उन्होंने 12-12 के स्कोर के बाद लगातार आठ अंक गंवाकर गेम कोरियाई जोड़ी की झोली में डाल दिया।