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आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत को अमेरिकी मदद दोगुनी

मुंबई हमलों के बाद अमेरिका से उच्च स्तरीय प्रशिक्षण के भारत के आग्रह के बीच ओबामा प्रशासन ने कांग्रेस से भारत को दिए जाने वाले आतंकवाद विरोधी बजट को वित्त वर्ष 2011 के दौरान दोगुना कर 45 लाख डॉलर...

आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत को अमेरिकी मदद दोगुनी
एजेंसीThu, 15 Apr 2010 03:04 PM
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मुंबई हमलों के बाद अमेरिका से उच्च स्तरीय प्रशिक्षण के भारत के आग्रह के बीच ओबामा प्रशासन ने कांग्रेस से भारत को दिए जाने वाले आतंकवाद विरोधी बजट को वित्त वर्ष 2011 के दौरान दोगुना कर 45 लाख डॉलर करने को कहा है।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय में आतंकवाद विरोधी समन्वयक डेनियल बेंजामिन ने कांग्रेस की एक समिति के सामने कहा कि मुंबई हमले के बाद अमेरिका से उच्च स्तरीय प्रशिक्षण के भारत के आग्रह के बाद ओबामा प्रशासन ने यह फैसला किया है। मुंबई हमलों में 166 से भी ज्यादा लोग मारे गए थे, जिनमें से छह अमेरिकी नागरिक थे।

बेंजामिन ने कहा हमारे वित्त वर्ष 2011 के बजट में भारत को दिया जाने वाला आतंकवाद विरोधी बजट लगभग दोगुना करके 45 लाख डॉलर कर दिया जाएगा, ताकि भारत सरकार बढ़ती राजनीतिक मांग को पूरा कर सके। भारत में मुंबई हमलों के बाद और ज्यादा उच्च स्तरीय प्रशिक्षण की मांग उठ रही है।

उन्होंने कहा कि आतंकवाद विरोधी सहायता (एटीए) अमेरिका के आतंकवाद निरोधक कानून नियामन क्षमता संवर्धन कार्यक्रम का एक हिस्सा है और अमेरिका के सहयोगी देशों ने पिछले एक साल में इसमें कई ठोस सफलताएं पाई हैं।

बेंजामिन ने कहा कि ओबामा प्रशासन की ओर से पाकिस्तान आतंकवाद निरोधक क्षमता कोष (पीसीसीएफ) के लिए वित्त वर्ष 2011 में 1.2 अरब डॉलर की मांग है। उन्होंने कहा कि यह कोष आतंकवाद से लड़ने में लगे पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की क्षमता में वृद्धि करेगा, जो पश्चिमोत्तर मोर्चे और संघीय प्रशासित कबीलाई इलाकों में तैनात हैं।

बेंजामिन ने कहा कि और ज्यादा सक्षम पाकिस्तानी सेना पनाहगाहों तक चरमपंथियों की पहुंच को खत्म करेगी, जो इन स्थानों पर बैठकर पाकिस्तान और अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं।

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