तुम मिलो तो सही में 'दिवंगत' नहीं हैं सिंपल
बीमारी के बावजूद फिल्म 'तुम मिलो तो सही' के लिए बहन डिंपल कपाड़िया के परिधान डिज़ाइन करने वाली सिंपल कपाड़िया का नाम जब फिल्म के पर्दे पर आता है तो उसके आगे 'दिवंगत' नहीं लिखा है। सिंपल को फिल्म में...
बीमारी के बावजूद फिल्म 'तुम मिलो तो सही' के लिए बहन डिंपल कपाड़िया के परिधान डिज़ाइन करने वाली सिंपल कपाड़िया का नाम जब फिल्म के पर्दे पर आता है तो उसके आगे 'दिवंगत' नहीं लिखा है। सिंपल को फिल्म में याद तो किया गया है लेकिन मरणोपरांत नहीं।
निर्देशक कबीर सदानंद कहते हैं, ''मैंने उन्हें दिवंगत सिंपल कपाड़िया के रूप में याद नहीं किया है। हम वो भाग्यशाली लोग हैं जिनके साथ उन्होंने अपना अंतिम समय गुज़ारा, वह कभी दूर नहीं जा सकतीं। उनकी हंसी या जीवन के प्रति उत्साह हमेशा हमारे साथ रहेगा। यद्यपि सिंपल के निधन के बाद पूजा छाबरिया ने उनका काम संभाला लेकिन फिर भी वह इस परियोजना का एक हिस्सा हैं।''
जब सिंपल सेट्स पर होती थीं तो कबीर वहां पर एक भी तस्वीर लेने की इजाजत नहीं देते थे। उन्होंने कहा, ''मैं नहीं चाहता था कि दुनिया उन्हें व्हीलचेयर पर देखे। यद्यपि वह बीमार थीं लेकिन फिर भी सेट्स पर आने की जिद करती थीं और हमारे साथ समय बिताती थीं। जब हम उनके स्वास्थ्य के विषय में पूछते थे तो वह यहां-वहां देखकर कहती थीं कि यहां कौन बीमार है? उनके उत्साह से ही हमने यह फिल्म पूरी की है।''
कबीर 'तुम मिलो तो सही' का निर्माण उस समय कर रहे थे जब फिल्म की मुख्य कलाकार डिंपल कपाड़िया अपने जीवन के बुरे समय से गुज़र रही थीं। उनकी बहन सिंपल बहुत बीमार थीं।
कबीर कहते हैं, ''डिंपल एक दिन भी अपना दुख सेट्स पर लेकर नहीं आईं। वह हर रोज़ अस्पताल जाती-आती थीं और फिर शूटिंग के लिए भी तैयार रहती थीं।''
सिंपल की मौत के बाद भी शूटिंग जारी रही। कबीर ने बताया कि डिंपल नहीं चाहती थीं कि दुनिया को उनके दुख के विषय में पता चले इसलिए उन्होंने सिंपल के जाने का सारा दर्द अपने अंदर समेट कर रखा था।