फोटो गैलरी

Hindi Newsचयनकर्ताओं को प्रभावित करने में नाकाम रहे हैं संभावित खिलाड़ी

चयनकर्ताओं को प्रभावित करने में नाकाम रहे हैं संभावित खिलाड़ी

भारतीय चयनकर्ता 26 मार्च को जब वेस्टइंडीज में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए अंतिम 15 सदस्यीय टीम का चयन करने के लिए बैठेंगे तो आईपीएल में अब तक के प्रदर्शन पर गौर करने पर उनको कुछ हद तक निराशा हाथ...

चयनकर्ताओं को प्रभावित करने में नाकाम रहे हैं संभावित खिलाड़ी
एजेंसीSun, 21 Mar 2010 11:23 AM
ऐप पर पढ़ें

भारतीय चयनकर्ता 26 मार्च को जब वेस्टइंडीज में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए अंतिम 15 सदस्यीय टीम का चयन करने के लिए बैठेंगे तो आईपीएल में अब तक के प्रदर्शन पर गौर करने पर उनको कुछ हद तक निराशा हाथ लग सकती है, क्योंकि उन्हें जिन 30 संभावित खिलाड़ियों में से टीम चुननी है उनमें से ज्यादातर आईपीएल के शुरुआती 14 मैच में कोई खास करिश्मा नहीं दिखा पाए।

कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, सुरेश रैना, जहीर खान, हरभजन सिंह, रोहित शर्मा, विराट कोहली, यूसुफ पठान और रविंदर जडेजा का टीम में चयन पक्का है। इनमें से जडेजा पर आईपीएल में खेलने का एक साल का प्रतिबंध लगा है और इसलिए न सिर्फ राजस्थान रॉयल्स बल्कि दर्शकों को भी उनकी कमी खल रही है।

धोनी और गंभीर चोटिल होने के कारण लगभग दस दिन तक बाहर रहेंगे। चोटिल होने से पहले चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान धोनी ने दो मैच में 108 रन बनाए थे। दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान गंभीर किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ पहले मैच के बाद दूसरे मैच में असफल रहे थे। उन्होंने तीन मैच की दो पारियों में 81 रन बनाए हैं।

गंभीर की टीम के साथी वीरेंद्र सहवाग हालांकि शानदार फॉर्म में चल रहे हैं और चार पारियों में 45.75 की औसत और 194.68 के स्ट्राइक रेट से 183 रन इसकी कहानी बयां करते हैं लेकिन 2007 में टी-20 विश्व कप के नायक युवराज सिंह की फॉर्म अगर ऐसी ही बनी रही तो यह सिर्फ किंग्स इलेवन ही नहीं भारतीय टीम के लिये भी चिंता का सबब हो सकती है। उन्होंने अब तक तीन मैच में केवल 17 रन बनाए हैं।

धोनी की अनुपस्थिति में चेन्नई सुपरकिंग्स की कप्तानी संभाल रहे सुरेश रैना भी तीन मैच में 73 रन ही बना पाए, जिसमें नाबाद 49 रन की एक पारी शामिल है। पहले आईपीएल में धूम मचाने वाले रोहित शर्मा ने तीन मैच में 33 रन बनाए हैं और विराट कोहली भी काबिले-तारीफ प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।

बिग हिटर यूसुफ पठान ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 37 गेंदों पर 100 रन की रिकॉर्ड पारी खेली लेकिन इसके बाद उनका बल्ला कुंद ही पड़ा रहा और अगले तीन मैच में वह केवल 41 रन बना सके। आईपीएल में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय मनीष पांडे (चार मैच में 120 रन) ने अब तक प्रभावित किया है लेकिन मुरली विजय (तीन मैच में 50) और नमन ओझा (चार मैच में 79) प्रभावशाली प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। दिनेश कार्तिक को दूसरे विकेटकीपर के रूप में टीम में चुना जा सकता है लेकिन वह भी डेयरडेविल्स की तरफ से चार मैच में 78 रन ही बना पाए हैं।

संभावित खिलाड़ियों में शामिल अन्य बल्लेबाजों मे से वृद्धिमान साहा को केवल एक पारी में बल्लेबाजी का मौका मिला, जिसमें उन्होंने 22 रन बनाए। जबकि ऑलराउंडर अभिषेक नायर को मुंबई की टीम ने अभी किसी भी मैच में अंतिम एकादश में नहीं रखा।

अगर गेंदबाजों की बात की जाए तो गेंदबाजी के अगुआ जहीर खान को तीन मैच में एक विकेट मिला है और उन्होंने लगभग सात रन प्रति ओवर की दर से रन दिए हैं। मुंबई के उनके साथी हरभजन को तीन मैच में तीन विकेट मिले हैं। इनमें से एक मैच में वह गेंदबाजी नहीं कर पाए थे। इस ऑफ स्पिनर ने हालांकि लगभग नौ की दर से रन लुटाए हैं।

आईपीएल में पहली हैट्रिक लेकर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर के प्रवीण कुमार ने विश्व कप टीम के लिए अपना दावा मजबूत कर दिया है। उन्होंने चार मैच में छह विकेट लिए हैं लेकिन एस श्रीसंत की मुश्किल बढ़ गई हैं क्योंकि उन्होंने तीन मैच में दो विकेट और लगभग दस रन प्रति ओवर की दर से रन लुटाए हैं। ईशांत शर्मा और आरपी सिंह भी खास प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। ईशांत ने लगभग आठ रन प्रति ओवर की दर से रन देकर चार जबकि आरपी ने तीन मैच में तीन विकेट लिए हैं लेकिन उन्होंने प्रति ओवर उन्होंने नौ से अधिक रन दिए हैं।

बैंगलौर के विनय कुमार ने मुंबई के खिलाफ एक ओवर में तीन विकेट लेकर खुद को मजबूत दावेदारों में शामिल कर दिया है लेकिन सुदीप त्यागी की सीट खतरे में है। उन्हें एक मैच में 11 गेंद करने का मौका मिला जिसमें वह 39 रन दे गए थे। मुनाफ पटेल भी वापसी के लायक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं जबकि अभिमन्यु मिथुन को खास मौका नहीं मिला है। आशीष नेहरा घायल होने के कारण कोई मैच नहीं खेले हैं और उनका कहना है कि विश्व कप के मद्देनजर वह कोई जोखिम भी नहीं लेना चाहते हैं।

स्पिनरों में पीयूष चावला ने तीन मैच में एक, अमित मिश्रा ने चार मैच में चार और प्रज्ञान ओझा ने तीन मैच में तीन विकेट लिया है। इनमें ओझा कुछ किफायती रहे हैं लेकिन चयनकर्ता चेन्नई के आर अश्विन को भी मौका दे सकते हैं जिन्होंने तीन मैच में तीन विकेट हासिल किए हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें