मुस्लिम दलों ने यूपी में बनाया अलग मोर्चा
मुस्लिम राानीतिक दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव के लिए नया मोर्चा बनाया है। यूपी मिल्ली महाा नाम के मोर्चे को तीसर मोर्चे के गठन की शुरुआत करार देते हुए इसमें शामिल नेताओं ने कहा कि यह भाापा के अलावा...
मुस्लिम राानीतिक दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव के लिए नया मोर्चा बनाया है। यूपी मिल्ली महाा नाम के मोर्चे को तीसर मोर्चे के गठन की शुरुआत करार देते हुए इसमें शामिल नेताओं ने कहा कि यह भाापा के अलावा बसपा, सपा, कांग्रेस और लोकदल ौसे दलों के खिलाफ होगा।ड्ढr मोर्चा सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगा। किस सीट पर कौन लड़ेगा यह मोर्चा मिलकर तय करेगा। इस मोर्चे में वामपंथी पार्टियों और समान विचारधारा वाले अन्य सेकुलर दलों कोोोड़ाोाएगा। हालाँकि इस महाा ने आामगढ़ की उलमा कौंसिल को राानीतिक पार्टी मानने से इनकार किया। लखनऊ सीट पर उलमा कौंसिल के घोषित उम्मीदवार को समर्थन देने पर भी उन्होंने चुप्पी साध ली।ड्ढr मुस्लिम मालिस, परचम पार्टी और नेशनल लोकतांत्रिक पार्टी ौसे छोटे दलों ने यूपी मिल्ली महााके गठन का एलान सोमवार को यहाँ एक प्रेस कान्फ्रेंस में किया। इसमें महाा के को-आर्डिनेटर एस बदर काामी, सलीम पीराादा, मो. अरशद खान और मोहम्मद खान आतिफ मौाूद थे। परचम पार्टी के प्रमुख सलीम पीराादा ने कहा कि मुस्लिम समाा ने बसपा को देखाोिसकी नेता ने खुलेआम गुारात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की हिमायत की। सपा के मुलायम सिंह यादव को देखाोिन्होंने कल्याण सिंह ौसे फिरकापरस्त से दोस्ती कर ली। कांग्रेस को देखा और मतलब परस्त लोकदल को भी देख लिया। मुस्लिम वोटर असमांस में है। उसे तीसरे विकल्प कीोरूरत है।ड्ढr नेशनल लोकतांत्रिक पार्टी के मो. अरशद खान ने कहा कि बसपा सरकार ने आामगढ़ में गुारात ौसे माहौल पैदा कर दिए हैं। मुलायम कल्याण सिंह को माफ कर सकते हैं लेकिन मुसलमान कल्याण सिंह के गुनाह के लिए उन्हें माफ नहीं कर सकते। श्री काामी ने कहा कि इस मोर्चे का कोई संयोक नहीं होगा। मोर्चा व्यक्ितवाद की राानीति से ऊपर रहेगा। श्री पीराादा से पूछा गया कि ऐन चुनाव से पहले ही इस तरह के मोर्चे क्यों बनते हैं? उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान बड़े दल भी ऐसा ही करते हैं। इससे पहले बने और बिखरे मुस्लिम गठबंधनों के बारे में उन्होंने कहा कि इस मोर्चे का हश्र यह नहीं होगा।