वाम दलों ने महंगाई के मुद्दे पर राज्यसभा में किया वाकआउट
आम आदमी को लगातार बढ़ रही महंगाई से होने वाली दिक्कतों का मुद्दा उठाते हुए वाम दलों ने सरकार से इसे नियंत्रित करने के लिए वायदा कारोबार पर रोक लगाने और सुरक्षित खाद्यान्न भंडार से अनाज जारी करने की...
आम आदमी को लगातार बढ़ रही महंगाई से होने वाली दिक्कतों का मुद्दा उठाते हुए वाम दलों ने सरकार से इसे नियंत्रित करने के लिए वायदा कारोबार पर रोक लगाने और सुरक्षित खाद्यान्न भंडार से अनाज जारी करने की मांग की। इस दिशा में समुचित प्रयास न किए जाने का आरोप लगाते हुए सदन से वाकआउट किया।
माकपा के सीताराम येचुरी ने शून्यकाल में महंगाई का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि गोदामों में 475 लाख टन खाद्यान्न भंडार है जबकि बफर स्टॉक सिर्फ 200 लाख टन का ही है। ऐसे में अतिरिक्त भंडार को जारी किया जाना चाहिए ताकि वह आम लोगों के लिए उपलब्ध हो सके।
येचुरी ने जनवितरण प्रणाली के सार्वभौमिकरण किए जाने की मांग करते हुए पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ी कीमतें वापस लेने की आवश्यकता जताई। पेट्रोलियम उत्पादों पर लगने वाले उत्पाद एवं सीमा शुल्क में कमी किए जाने की मांग करते हुए येचुरी ने कालाबाजारी और जमाखोरी पर नियंत्रण लगाने की आवश्यकता जताई।
येचुरी ने विदेशी कंपनियों द्वारा अनाजों की जमाखोरी पर रोक लगाने की मांग की।