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इंग्लैंड को हराकर जर्मनी लगातार तीसरी बार फाइनल में

दो बार की चैम्पियन जर्मनी ने बारहवें हाकी विश्व कप में अपना अपराजेय अभियान बरकरार रखते हुए गुरुवार को यहां इंग्लैंड को 4-1 से हराकर खिताबी हैट्रिक बनाने की तरफ मजबूती से कदम बढ़ाये। टूर्नामेंट की...

इंग्लैंड को हराकर जर्मनी लगातार तीसरी बार फाइनल में
एजेंसीFri, 12 Mar 2010 12:35 AM
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दो बार की चैम्पियन जर्मनी ने बारहवें हाकी विश्व कप में अपना अपराजेय अभियान बरकरार रखते हुए गुरुवार को यहां इंग्लैंड को 4-1 से हराकर खिताबी हैट्रिक बनाने की तरफ मजबूती से कदम बढ़ाये।

टूर्नामेंट की एकमात्र अपराजेय टीम जर्मनी ने अपेक्षा के अनुरूप आक्रामक खेल दिखाते हुए पहले ही मिनट से मैच पर शिंकजा कस लिया और आखिर तक पकड़ नहीं छोड़ी। दूसरी ओर पहली बार सेमीफाइनल खेल रही इंग्लैंड की टीम पूल चरण वाली लय बरकरार नहीं रख सकी। विश्व कप में जर्मनी और इंग्लैंड का यह छठा मुकाबला था। इससे पहले जर्मनी ने तीन जीते और इंग्लैंड ने एकमात्र जीत 1986 सेमीफाइनल में दर्ज की थी।

जर्मनी के लिये जान मार्को मोंटेग (छठे मिनट), ओलिवर कोर्न (11वें), मार्टिन हेनर (31 वें) और लाइनस बट (61वें) ने गोल दागे जबकि पिछले विश्व कप में पांचवें स्थान पर रहे इंग्लैंड के लिये एकमात्र गोल रिचर्ड स्मिथ ने 19वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर किया।
   
जर्मनी ने मैच में काफी आक्रामक शुरूआत की और उसे पांचवें ही मिनट में पहला पेनल्टी कार्नर मिला जिस पर अगले मिनट में जान मार्को मोंटेग ने गोल दागा। इस टूर्नामेंट में जर्मनी का पेनल्टी कार्नर पर यह दसवां गोल था। इसके बाद इंग्लैंड ने जर्मन गोल पर पलटवार शुरू किये और तीन मिनट बाद एशले जैकसन बराबरी का गोल दागने से चूक गए।

दसवें मिनट में एलेस्टेयर ब्रोगडोन ने बराबरी का गोल लगभग दाग दिया था लेकिन गेंद जर्मन गोलकीपर टिम जेसुलेट के उपर से निकल गई और यह गोल मान्य नहीं किया गया। जर्मनी के लिये दूसरा गोल 11वें मिनट में कोर्न ने दागा। सर्कल के भीतर मथियास विथाउस के पास पर उन्होंने करीब से गेंद गोल के भीतर डिफ्लैक्ट की । इंग्लैंड को 17वें मिनट में मिला पेनल्टी कार्नर बेकार गया।

इसके दो मिनट बाद हालांकि स्मिथ ने पेनल्टी कार्नर को तब्दील करके जर्मनी की बढत कम की। जवाबी हमले में जर्मनी ने 22वें मिनट में पेनल्टी कार्नर अर्जित किया लेकिन जेम्स फेयर ने बेहतर गोलकीपिंग का नजारा पेश करते हुए मोंटेग का ड्रैग फ्लिक बखूबी बचाया। रिबाउंड पर विथाउस का बेहतरीन शाट भी उन्होंने लगभग डाइव लगाते हुए बचा लिया। जर्मनी को 25वें मिनट में एक पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन मार्टिन हेनर की ड्रैगफ्लिक सटीक नहीं रही।

इस बीच इंग्लैंड के आक्रामक खेल ने जर्मन डिफेंडरों पर दबाव बनाया लेकिन जर्मनी तुरंत संभल गया। जर्मनी को 31वें मिनट में मिले पेनल्टी कार्नर को हेनर ने गोल में बदलकर टीम की बढत 3-1 की कर दी जो पहले हाफ तक कायम रही।

दूसरे हाफ में भी गेंद पर नियंत्रण के मामले में जर्मनी आगे रहा जबकि इंग्लैंड रक्षात्मक खेलता नजर आया। दूसरे हाफ में जर्मनी को 60वें और 61वें मिनट में लगातार दो पेनल्टी कार्नर मिले जिसमें से दूसरे पर बट ने गोल करके टीम की बढत 4- 1 की कर दी जो अंत तक कायम रही।

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