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केरल के कोल्लम मंदिर में भीषण आग से 106 मरे, मोदी ने लिया जायजा

केरल के कोल्लम मंदिर में आतिशबाजी से लगे भीषण आग में मरने वालों की संख्या 106 हो गई है। जबकि 350 से ज्यादा लोग बुरी तरह झुलस गए हैं या घायल हैं। यह घटना कोल्लम के पास स्थित 100 वर्ष पुराने...

केरल के कोल्लम मंदिर में भीषण आग से 106 मरे, मोदी ने लिया जायजा
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 11 Apr 2016 01:06 AM
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केरल के कोल्लम मंदिर में आतिशबाजी से लगे भीषण आग में मरने वालों की संख्या 106 हो गई है। जबकि 350 से ज्यादा लोग बुरी तरह झुलस गए हैं या घायल हैं। यह घटना कोल्लम के पास स्थित 100 वर्ष पुराने पुत्तिंगल देवी मंदिर परिसर में रविवार को आतिशबाजी के दौरान हुई। आतिशबाजी के लिए अधिकारियों से कोई अनुमति नहीं ली गई थी।
   
केरल सरकार ने हादसे की अपराध शाखा से जांच के साथ ही इसकी उच्च न्यायालय के एक अवकाशप्राप्त न्यायाधीश से न्यायिक जांच का भी आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने यह घोषणा दुर्घटना को लेकर कैबिनेट की एक आपात बैठक के बाद की।
   
उन्होंने कहा कि कम से कम 60 शवों की पहचान कर ली गई है। पोस्टमार्टम जल्द से जल्द कराया जाएगा और शवों को बिना किसी देरी के रिश्तेदारों को सौंपा जाएगा। चांडी ने कहा कि जिन शवों की पहचान नहीं की गई है उनकी पहचान के लिए वैज्ञानिक परीक्षण किया जाएगा।
    
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को हदय विदारक और चौंकाने वाली बताया और मतकों के परिजनों को दो दो लाख रुपये मुआवजा और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार भी यहां पहुंचे और मुख्यमंत्री ओमन चांडी के साथ वह पेरावुर शहर स्थित पुतिंगल देवी मंदिर का निरीक्षण करने गए। वहां आग लगने से 110 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 350 से अधिक घायल हैं।
 
मोदी दिल्ली से वायुसेना के विमान से तिरुवनंतपुरम पहुंचे और वहां से हेलीकॉप्टर से कोल्लम आए। मुख्यमंत्री चांडी ने कोल्लम के आश्रमम मैदान में मोदी की अगवानी की। प्रधानमंत्री ने चांडी को अपने ही वाहन से मंदिर तक चलने को कहा।
 
केरल के गृहमंत्री रमेश चेन्निथला और लोकसभा सदस्य एन. के. प्रेमचंद्रन को प्रधानमंत्री को उस घटना के बारे में बताया, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ।
 
मंदिर से मोदी और चांडी कोल्लम जिला अस्पताल पहुंचे, जहां करीब 185 घायलों का इलाज चल रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यह हादसा तड़के 3.30 बजे तब हुआ, जब पटाखे की एक चिंगारी उस भवन पर आ गिरी, जिसमें बड़ी मात्रा में पटाखे रखे हुए थे। इससे पल भर में ही विस्फोट होने लगे और देखते ही देखते आग की लपटें उठने लगीं।
 
हादसा स्थल पर चेन्निथला ने पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री ने लावारिश शवों का किस तरह क्या किया जाना है, इस बारे में जानकारी ली। चेन्निथला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह के शवों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए और डीएनए परीक्षण किया जाना चाहिए। उन्होंने राज्य सरकार से दिए जाने वाले मुआवजे के बारे में भी पूछा। इस बारे में मोदी मुख्यमंत्री के साथ बैठक भी की। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी घटना स्थल का दौरा किया और राहत कार्यों का जायजा लिया।

 

केरल के मुख्यमंत्री ने दिए न्यायिक जांच के आदेश

केरल के मुख्यमंत्री ने मंदिर में हुए अग्निकांड में मारे गये सभी लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रूपये और गंभीर रूप से घायलों को दो दो लाख रूपये मुआवजा देने की घोषणा की। केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने कहा, मंदिर में अग्निकांड की न्यायिक जांच का आदेश दिया गया है।

खबरों के मुताबिक मोदी के साथ विमान में 15 विशेष डॉक्टरों की टीम है। इसमें एम्स, आरएमएल, सफदरजंग के बर्न स्पेशलिस्ट भी मौजूद हैं।

केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने बताया कि बचाव अभियान पूरा हो चुका है। अस्पतालों में भर्ती कराए गए सभी लोगों को बेहतर इलाज देने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसलिए हम निजी अस्पतालों को सहायता दे रहे हैं और सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों से डयूटी पर आने को कहा गया है क्योंकि रविवार को शायद वह छुटटी पर रहते हैं।

नौसेना और वायुसेना के पोत और हेलीकॉप्टर अभियान में लगे
केरल के मंदिर में भीषण आग लगने की दुर्घटना के बाद जारी बचाव अभियानों में मदद करने के लिए भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना ने छह हेलीकॉप्टर और एक डोर्नियर विमान तैनात किया है। भारतीय वायुसेना ने चार हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं, जिनमें एमआई17 और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) शामिल हैं।

भारतीय नौसेना दक्षिणी नौसैन्य कमांड से एक डोर्नियर और दो एएलएच को चिकित्सीय दलों के साथ तैनात कर रही है। नौसेना ने तीन नौसैन्य पोत- आईएनएस काबरा, कालपेणि और आईएनएस सुकन्या को चिकित्सीय सामग्री के साथ कोल्लम तट पर तैनात किया है ताकि घायलों को चिकित्सीय मदद दी जा सके। कोच्चि के नौसैन्य कमांड अस्पताल में सर्जरी करने वाले दलों को भी तैयार रखा गया है।

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