दिल्ली पर बारिश तो खूब मेहरबान, लेकिन उमस से क्यों नहीं मिल रही राहत?
आईएमडी ने बुधवार के लिए अधिकतम तापमान 32-34°C और न्यूनतम 23-25°C के बीच रहने का अनुमान लगाया है। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि मॉनसून ट्रफ दिल्ली के दक्षिण में है। भारी बारिश की संभावना नहीं है, रुक-रुक कर बौछारें और कुछ जगहों पर तेज बारिश जारी रहेगी।

राजधानी दिल्ली में इस बार मॉनसून खूब मेहरबान रहा। कभी भारी तो कबी हल्की बारिश का दौर अब भी जारी है, लेकिन एक चीज है जो दिल्लीवालों को परेशान कर रही है और वो है उमस। बारिश के बाद भी उमस पीछा नहीं छोड़ रही है। बारिश रुकते या किसी दिन न होने पर उमस और दमघोंटू हो जाती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का पूर्वानुमान है कि महीने का बाकी हिस्सा भी नमी भरा रहेगा और अगस्त के अंत तक हल्की, रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है।
बारिश रुकते ही शुरू हो जाती है उमस
तुलना करें तो जुलाई में 259.3 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जो अब तक सीजन में सबसे ज्यादा थी। मंगलवार को बारिश छिटपुट लेकिन व्यापक थी। सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे के बीच, दिल्ली की बेस वेधशाला सफदरजंग में 1.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। पालम में 8 मिमी, लोधी रोड में 1.1 मिमी, रिज में 10.4 मिमी, आयानगर में 5.1 मिमी, नजफगढ़ में 12.5 मिमी और मयूर विहार में 1 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालाँकि, राहत धोखा देने वाली थी। जब बारिश रुकी, तो शहर के निवासियों को उमस भरी स्थितियों से जूझना पड़ा।
सफदरजंग में अधिकतम तापमान 31.6°C दर्ज किया गया,जो सामान्य से तीन डिग्री कम था। जबकि न्यूनतम तापमान 23.9°C रहा, यह भी सामान्य से तीन डिग्री कम था। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि अपेक्षाकृत सामान्य तापमान के बावजूद, दिन बहुत घुटन भरा महसूस हुआ क्योंकि ज्यादा नमी ने दोपहर में महसूस होने वाले तापमान को 42.3°C के करीब पहुंचा दिया। ज्यादा नमी पसीने के वाष्पीकरण को रोकती है, जो शरीर का प्राकृतिक शीतलन तंत्र है, जिसका मतलब है कि कम तापमान भी असहनीय लग सकता है।
कैसा रहेगा आगे का हाल?
आईएमडी ने बुधवार के लिए अधिकतम तापमान 32-34°C और न्यूनतम 23-25°C के बीच रहने का अनुमान लगाया है। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, "मॉनसून ट्रफ दिल्ली के दक्षिण में है। भारी बारिश की संभावना नहीं है, रुक-रुक कर बौछारें और कुछ जगहों पर तेज बारिश जारी रहेगी।" मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण हरियाणा और उससे सटे पूर्वोत्तर राजस्थान में समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुक रहा है। अपने दैनिक मौसम बुलेटिन में, आईएमडी ने बताया कि मॉनसून द्रोणिका उत्तरी भारत से बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है, जो कई चक्रवाती परिसंचरणों को काटती है - ये ऐसी स्थितियां हैं जो दिल्ली-एनसीआर में लगातार नम मौसम के अनुकूल हैं।




