गाजियाबाद के लाल ने किया कमाल, अमेरिका में जीते 4 मेडल; UP पुलिस कॉन्स्टेबल हैं आर्यन चौधरी
अमेरिका में चल रहे वर्ल्ड पुलिस गेम्स में एथलीट और यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल आर्यन चौधरी ने चार पदक जीतकर अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारत के साथ ही उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले का भी मान बढ़ाया है। गाजियाबाद के रहने वाले कॉन्स्टेबल आर्यन फिलहाल मेरठ में पोस्टेड हैं।

अमेरिका में चल रहे वर्ल्ड पुलिस गेम्स में एथलीट और यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल आर्यन चौधरी ने चार पदक जीतकर अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारत के साथ ही उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले का भी मान बढ़ाया है। उन्होंने लॉन्ग जम्प में गोल्ड, हाई जम्प और ट्रिपल जंप में सिल्वर के अलावा हर्डल रेस में ब्रॉन्ज मेडल जीत कर शानदार प्रदर्शन किया। गाजियाबाद के रहने वाले कॉन्स्टेबल आर्यन फिलहाल मेरठ में पोस्टेड हैं। आर्यन पिछले सात साल से अपने पिता से ही ट्रेनिंग ले रहे हैं।
अमेरिका के बर्मिंघम में 27 जून से 7 जुलाई तक वर्ल्ड पुलिस गेम्स प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें दुनियाभर के पुलिस के उत्कृष्ट खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इस प्रतियोगिता में गाजियाबाद जिले के खिलाड़ी भी शानदार प्रदर्शन कर रहे। अब इसमें आर्यन चौधरी का नाम भी जुड़ गया है।
गाजियाबाद के शास्त्री नगर निवासी 22 वर्षीय आर्यन चौधरी ने लॉन्ग जंप में गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद हाई जंप और ट्रिपल जंप में भी हिस्सा लेते हुए सिल्वर मेडल जीता। इसके बाद आर्यन ने 110 मीटर हर्डल रेस में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीत कर जिले का नाम रोशन किया है।
पिता से सात साल से ट्रेनिंग ले रहे
पिछले सात सालों से आर्यन को ट्रेनिंग दे रहे उनके पिता चमन सिंह ने बताया कि आर्यन वर्तमान में यूपी पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात हैं। उनकी मेरठ में पोस्टिंग है। आर्यन ने प्रतियोगिता के लिए कड़ा अभ्यास किया। बचपन से ही आर्यन को एथलीट में रुचि है। वह अभ्यास के दौरान काफी अनुशासित रहता है। नियमित सुबह और शाम अपने खेल का अभ्यास करता है। उसने अपनी मेहनत और अनुशासन से यह मुकाम हासिल किया है।
पिता भी अंतरराष्ट्रीय एथलीट रह चुके
आर्यन चौधरी के पिता चमन सिंह भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के लॉन्ग जंप खिलाड़ी रह चुके हैं। वे भारत की तरफ से कई प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुके हैं। वर्तमान में वे खेल कोटे से रेलवे में सुपरिटेंडेंट पद पर तैनात हैं। आर्यन की सफलता के पीछे चमन सिंह की भी अहम भूमिका रही है। आर्यन को पिता के रूप में अनुभवी कोच भी मिला। इससे पूरे परिवार में खुशी की लहर है।