दिल्ली को जंगल राज में बदल दिया; कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर केजरीवाल का अमित शाह पर हमला
देश की राजधानी दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर अरविंद केजीवाल ने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला है। केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि भाजपा अब दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति को संभालने में सक्षम नहीं है।
देश की राजधानी दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजीवाल ने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला है। केजरीवाल ने शनिवार को अमित शाह पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा अब दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति को संभालने में सक्षम नहीं है।
अरविंद केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "अमित शाह जी ने दिल्ली को बर्बाद कर दिया। दिल्ली को जंगल राज बना दिया। चारों तरफ लोग दहशत की जिंदगी जी रहे हैं। बीजेपी से अब दिल्ली की कानून व्यवस्था नहीं संभल रही। दिल्ली वालों को एकजुट होकर आवाज उठानी होगी।"
वहीं, एक्स पर एक पोस्ट में, आप नेता सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि, ''क्राइम कैपिटल - शाहदरा जिले में सुबह ही गोलियों की आवाज गूंज उठी, जब बर्तन व्यापारी संजय जैन मॉर्निंग वॉक करके अपनी स्कूटी से घर की तरफ लौट रहे थे, तभी बदमाशों ने रोक कर उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। बताया जा रहा है कि 6 से 7 राउंड फायर चले और सभी गोलियां संजय जैन को लगी हैं।''
इसके कुछ देर बाद केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "विश्वास नगर में गोलीबारी के बाद अब गोविंदपुरी से चाकूबाजी की खबर आ रही है। बीजेपी के राज में अपराधी पूरी तरह से बेखौफ हो गए हैं।''
इससे पहले बुधवार को दिल्ली के नेब सराय में एक व्यक्ति, उसकी पत्नी और बेटी की उनके घर पर चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, हत्या दंपति के बेटे ने की थी, जिसने दावा किया था कि वह उस समय वह मॉर्निंग वॉक पर था। वहीं, 28 नवंबर को दिल्ली के प्रशांत विहार में विस्फोट की खबर मिली थी। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) कमांडो, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच, स्पेशल सेल और बम निरोधक दस्ते की टीमों के साथ दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं थीं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की तीखी आलोचना की और इसकी तुलना 1990 के दशक के मुंबई से की। दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 की शुरुआत में होने की उम्मीद है। 2020 के विधानसभा चुनाव में AAP ने 70 में से 62 सीटें जीती थीं और भाजपा ने आठवीं सीट हासिल की थी।