
दिल्ली में दिल दहलाने वाली वारदात, 13 साल के मासूम को थार ने दो बार कुचला; साइकिल से जा रहा था
संक्षेप: दिल्ली के वसंत कुंज में बुधवार को स्नैक्स लेने निकले 13 साल के मुरशिद को एक तेज रफ्तार महिंद्रा थार ने टक्कर मारकर कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई और ड्राइवर फरार हो गया, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
राजधानी दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में बुधवार को एक दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। 13 साल का मुरशिद जो अपनी साइकिल पर स्नैक्स लेने निकला था, एक तेज रफ्तार महिंद्रा थार की चपेट में आ गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ड्राइवर ने पहले मुरशिद को टक्कर मारी और फिर गाड़ी को पीछे लेकर दोबारा कुचल दिया। हादसे के बाद ड्राइवर फरार हो गया और मुरशिद को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
तंग गलियों में गूंजी चीखें
यह दर्दनाक घटना मेहरौली-महिपालपुर रोड के पास, सेक्टर सी में एक पेट्रोल पंप के नजदीक हुई। 8वीं का छात्र मुरशिद अपनी झुग्गी से कुछ ही कदम दूर था। हादसे ने उसकी साइकिल को भी तहस-नहस कर दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे के बाद गलियों में बच्चों की चीखें गूंज रही थीं। कुछ बच्चे गाड़ी का नंबर लेने के लिए उसके पीछे भागे, लेकिन ड्राइवर भाग निकला।
'आर्मी ऑफिसर बनना चाहता था'
मुरशिद की 35 साल की मां जोहाना अपनी झुग्गी में थीं, जब दो बच्चे दौड़ते हुए आए और हादसे की खबर दी। जोहाना ने बताया कि उसका चेहरा और गर्दन खून से सने थे। पड़ोसियों की मदद से मुरशिद को ऑटो से अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। मेरे बेटे के सपने बहुत बड़े थे। वह आर्मी ऑफिसर बनना चाहता था। जोहाना ने बताया कि मुरशिद के पिता ने एक साल पहले परिवार को छोड़ दिया था। बिहार के अररिया जिले की रहने वाली जोहाना की तबीयत ठीक नहीं रहती, जिसके चलते उन्होंने नौकरानी का काम भी छोड़ दिया था।
पुलिस ने शुरू की जांच
वासंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 (लापरवाही से गाड़ी चलाना) और 106(1) (लापरवाही से मृत्यु कारित करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अज्ञात ड्राइवर की तलाश में जुटी है। पेट्रोल पंप पर काम करने वाले गणेश माथुर (45) ने बताया कि उन्होंने एक तेज आवाज सुनी और गाड़ी को भागते देखा। पुलिस अब आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि गाड़ी और ड्राइवर की पहचान हो सके।





