ब्याज चुकाने से तंग आकर शख्स ने लगा ली फांसी, फोन देखकर दंग रह गया परिवार
- बरामद वीडियो में पीड़ित ने बताया कि साल 2014 में उन्होंने कारोबार के सिलसिले में चीन जाने के लिए परिजनों को बिना बताए एक फाइनेंसर से 50 हजार रुपये का उधार ले लिया। धीरे-धीरे करके 11 साल में ब्याज की रकम 10 लाख रुपये तक हो गई।

नई दिल्ली के गांधी नगर इलाके में बुधवार को एक शख्स ने ब्याज के रुपये चुकाने से तंग आकर फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। पीड़ित ने आत्महत्या से पहले अपने मोबाइल फोन में एक वीडियो बनाकर अपनी पूरी आपबीती सुनाई है। मामले की सूचना पुलिस को अस्पताल से मिली। इसके बाद पुलिस तत्काल एलएनजेपी अस्पताल पहुंची जहां मृतक की पहचान 42 साल के ललित मोहन वार्ष्णेय के रूप में हुई। वारदात स्थल पर पीड़ित के मोबाइल फोन में मिले वीडियो के आधार पर पुलिस ने ब्याज पर रुपये और मानसिक प्रताड़ना करने वाले आरोपी संजय जैन को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
बरामद वीडियो में पीड़ित ने बताया कि साल 2014 में उन्होंने कारोबार के सिलसिले में चीन जाने के लिए परिजनों को बिना बताए एक फाइनेंसर से 50 हजार रुपये का उधार ले लिया। धीरे-धीरे करके 11 साल में ब्याज की रकम 10 लाख रुपये तक हो गई। इसके बाद आरोपी लगातार परिजनों और समाज के सामने पीड़ित को जलील करने की धमकी दे-देकर रुपये वसूलता रहा। लाखों रुपये ब्याज देने के बाद पीड़ित ने आरोपी से केवल मूल रकम लेकर उसे बख्शने की मिन्नतें की लेकिन आरोपी का दिल नहीं पसीजा। जब उसके पास ब्याज भरने के लिए एक भी रुपया नहीं बचा तो उसने फंदे से लटकर आत्महत्या करने की योजना बनाई। आरोपी परिजनों को परेशान न कर सके इसलिए पीड़ित ने खुदकुशी से पहले 2.30 मिनट के दो वीडियो बनाए और प्रताड़ना की सारी कहानी बताई।
मिली जानकारी के मुताबिक, ललित मोहन अपने परिवार के साथ कैलाश नगर इलाके में रहते थे। परिवार में बुजुर्ग मां शारदा वार्ष्णेय, पत्नी पूनम गुप्ता, एक बेटा और एक छोटी बेटी है। उनकी मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान थी। परिवार ने बताया कि सोमवार सुबह 11 बजे के आसपास सदस्य घर में नाश्ता कर रहे थे। उसी दौरान ललित टॉयलेट में चले गए। करीब आधा घंटे तक वह नाश्ते के लिए नहीं पहुंचे तो उनकी पत्नी उन्हें देखने गई। टॉयलेट का दरवाजा अंदर से बंद था और कई बार दरवाजा खटखटाने के बाद भी ललित बोले नहीं। रोशनदान से अंदर देखा तो रोशनदान में चुन्नी बंधी हुई थी, उसके सहारे ललित लटके हुए थे। उनकी पत्नी ने शोर मचाया तो परिवार के सदस्य और पड़ोसी जमा हो गए। परिजनों ने टॉयलेट का गेट तोड़ा। अचेत हालत में उन्हें लोक नायक अस्पताल में भर्ती करवाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने जब ललित का मोबाइल देखा तो वह दंग रह गए। उसमें दो वीडियो थे जो 22 मार्च को बनाए गए थे। परिवार में किसी को भनक ही नहीं थी कि ललित ने ब्याज पर रकम ली हुई है।