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तिहाड़ जेल में नई व्यवस्था लागू, कैदियों को रिहाई से पहले बताई जाएगी यह बात

तिहाड़ जेल में नई व्यवस्था लागू, कैदियों को रिहाई से पहले बताई जाएगी यह बात

संक्षेप: दिल्ली की तिहाड़ जेल प्रशासन ने अब एक नई व्यवस्था लागू की है। रिहा होने वाले कैदी को प्रमाण पत्र दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, पैरोल, फरलो या अंतरिम जमानत पर रिहा होने वाले कैदियों को उनके सरेंडर करने की तारीख पहले ही बता दी जाएगी।

Mon, 15 Sep 2025 05:34 AMPraveen Sharma हिन्दुस्तान, नई दिल्ली। राजन शर्मा
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दिल्ली की तिहाड़ जेल प्रशासन ने अब एक नई व्यवस्था लागू की है। रिहा होने वाले कैदी को प्रमाण पत्र दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, पैरोल, फरलो या अंतरिम जमानत पर रिहा होने वाले कैदियों को उनके सरेंडर करने की तारीख पहले ही बता दी जाएगी। यह कदम दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद उठाया गया है। इसका उद्देश्य कैदियों को समय पर सरेंडर करने में मदद करना और देरी से सरेंडर के कारण उत्पन्न होने वाली कानूनी समस्याओं को रोकना है। अब तक कैदियों के देर से लौटने पर उनकी सजा बढ़ाई जाती रही है, जिससे वे अतिरिक्त दंड भुगतते हैं।

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अधीक्षक पर जिम्मेदारी तय : नई व्यवस्था के तहत जेल अधीक्षक की जिम्मेदारी होगी कि कैदियों को समय रहते पूरी जानकारी दी जाए। दिल्ली कारागार नियम 2018 के नियम 1236 के अनुसार, अधीक्षक को सुनिश्चित करना होगा कि हर कैदी को लिखित और मौखिक दोनों तरह से सरेंडर से जुड़ी सूचना मिले। रिकॉर्ड में इसका उल्लेख करना और कैदी से रसीद लेना भी अनिवार्य होगा।

इसलिए यह कदम उठाया

बड़ी संख्या में कैदी कम पढ़े-लिखे या अनपढ़ होते हैं, जिन्हें सरेंडर की सही तारीख की जानकारी नहीं मिलती। ऐसे कैदियों को समय पर वापसी न करने पर न केवल अतिरिक्त सजा भुगतनी पड़ती है, बल्कि उनके खिलाफ वॉरंट जारी करने या गिरफ्तारी जैसी कार्रवाई भी होती है। इतना ही नहीं, भविष्य में उनकी पैरोल मिलने की संभावना भी कम हो जाती है। नई व्यवस्था के लागू होने के बाद उम्मीद है कि अब कैदी समय पर लौटेंगे और पैरोल जंप जैसी समस्याओं से बचा जा सकेगा।

अभी नहीं है ऐसा कोई भी नियम

पैरोल या फरलो मिलने पर कैदियों को जानकारी दी जाती है। हालांकि सरेंडर की सटीक तारीख बताने का नियम अभी नहीं है। कैदियों और उनके अधिवक्ताओं को केवल दिनों की संख्या बताई जाती है, ताकि उन्हें स्पष्ट हो सके कि वे कितने दिनों के लिए जेल से बाहर रह सकेंगे।

Praveen Sharma

लेखक के बारे में

Praveen Sharma
प्रवीण शर्मा लाइव हिन्दुस्तान में स्टेट टीम का हिस्सा हैं। एक दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सेवाएं दे रहे प्रवीण साल 2014 में डिजिटल पत्रकारिता में आने से पहले प्रिंट मीडिया में भी काम कर चुके हैं। प्रवीण ने अपने करियर की शुरुआत हरिभूमि अखबार से की थी और वर्ष 2018 में लाइव हिन्दुस्तान से जुड़े। प्रवीण मूलरूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के निवासी हैं, लेकिन इनका जन्म और स्कूली शिक्षा दिल्ली से हुई है। हालांकि, पत्रकारिता की पढ़ाई इन्होंने हरियाणा के हिसार स्थित गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय से की है। वह दिल्ली-एनसीआर की सियासी घटनाओं के साथ ही जन सरोकार से जुड़ी सभी छोटी-बड़ी खबरों पर भी पैनी नजर रखते हैं। और पढ़ें
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