राजधानी से अब तक 241000 लोगों किया पलायन, मनीष सिसोदिया बोले- दिल्ली में रहने वाला हर व्यक्ति दिल्लीवाला
कोरोना वायरस लॉकडाउन में काम बंद होने के चलते पलायन करने को मजबूर हुए प्रवासी मजदूरों को दिल्ली में ही रोकने के लिए एक ओर जहां दिल्ली सरकार बार-बार अपील कर रही है, वहीं दूसरी ओर अपने गृह राज्यों को...

कोरोना वायरस लॉकडाउन में काम बंद होने के चलते पलायन करने को मजबूर हुए प्रवासी मजदूरों को दिल्ली में ही रोकने के लिए एक ओर जहां दिल्ली सरकार बार-बार अपील कर रही है, वहीं दूसरी ओर अपने गृह राज्यों को जाने के इच्छुक लोगों को सुविधानुसार वापस भी भेज रही है।
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि अगर कोई दिल्ली में है तो हम उसे दिल्ली का नागरिक मानते हैं। फिर भी कई लोग अपने मूल राज्यों में वापस जाना चाहते हैं। राजधानी दिल्ली से 7 मई से लेकर अब तक 196 ट्रेनों के जरिये 241000 लोगों को उनके घरों को वापस भेज दिया गया है।
सिसोदिया ने ट्वीट कर बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से दिल्ली से 196 स्पेशल श्रमिक ट्रेनों के जरिये 2,41,169 लोगों को उनके गांव भेजा जा चुका है। इसमें से 1.25 लाख बिहार गए हैं और 96 हजार उत्तर प्रदेश भेजे गए हैं।
आज भी 18 ट्रेनें प्रमुखत: बिहार व उत्तर प्रदेश के शहरों के लिए करीब 30,000 यात्रियों को लेकर जाएंगी। सभी यात्रियों को दिल्ली सरकार द्वारा ही स्वास्थ्य जांच करके बसों से रेलवे स्टेशन पहुंचाया जाता है। सफर के लिए सरकार की ओर से प्रत्येक यात्री को पानी की बोटल, ड्राई फ्रूट और केले आदि भी दिए जाते हैं।
मुख्यमंत्री @ArvindKejriwal की ओर से दिल्ली से 196 स्पेशल श्रमिक ट्रेन के ज़रिए 2,41,169 लोगों को उनके गाँव भेजा जा चुका है. इसमें से 1.25 लाख बिहार गए हैं और 96 हज़ार उत्तर प्रदेश.
— Manish Sisodia (@msisodia) May 26, 2020
आज भी 18 ट्रेन प्रमुखत: बिहार व उप्र के शहरों के लिए क़रीब 30,000 यात्रियों को लेकर जाएँगी.
गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए केंद्र सरकार की ओर से 22 मार्च को एक दिन के जनता कर्फ्यू और फिर देशव्यापी लॉकडाउन लागू किए जाने के कारण प्रवासी श्रमिकों के सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। आर्थिक संकट के चलते इनके पास खाने और मकान का किराया तक देने के पैसे नहीं बचे हैं।
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मंगलवार को राजधानी में कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, मुख्य सचिव, पुलिस आयुक्त और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उपराज्यपाल बैजल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने इस महामारी से निपटने को मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए हालात और संभावित परिदृश्यों को ध्यान में रखते हुए अस्पताल के बेड और ऑक्सीजनेशन सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की है। इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए प्रभावी आईईसी और निगरानी उपाय महत्वपूर्ण हैं।
दिल्ली में कोरोना के करीब 7000 मरीज हुए ठीक, अब तक 288 की गई जान
दिल्ली में मंगलवार को बीते 24 घंटे के दौरान कोविड-19 से 12 और लोगों की मौत होने के बाद इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है, जबकि 412 नए पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद अब तक कुल 14,465 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। दिल्ली में सर्वाधिक 660 नए मामले 22 मई को आए थे। वहीं, सोमवार को इस महामारी के 635 नए मरीज सामने आए थे।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, अब राजधानी में कोरोना वायरस से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है, जबकि इस संक्रमण के मामले बढ़कर 14,465 हो गए हैं। शहर में सोमवार को कोविड-19 के कुल मामले 14,053 थे, जबकि इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 276 थी।
दिल्ली में कोरोना से लगभग 7 हजार हुए ठीक
दिल्ली में अभी तक कोरोना वायरस की जांच के लिए कुल 1,78579 लोगों का टेस्ट किया गया है। इन कोरोना पॉजिटिव रोगियों में से 6954 मरीज अभी तक ठीक हो चुके हैं। दिल्ली में फिलहाल कोरोना के 7223 एक्टिव केस हैं। 183 मरीजों को आज डिस्चार्ज किया गया है।
