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कोरोना के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे दिल्ली के मंदिरों की मदद को आगे आई विहिप, पुजारियों को दे रही धन और राशन

कोरोना लॉकडाउन का असर देशभर में चारों ओर पड़ता दिख रहा है। इस महामारी से देशभर में मठ, मंदिर, मस्जिद और अन्य धार्मिक स्थल प्रभावित हुए हैं। इस दौरान देश के तमाम धार्मिक स्थल बंद रहने के कारण...

कोरोना के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे दिल्ली के मंदिरों की मदद को आगे आई विहिप, पुजारियों को दे रही धन और राशन
नई दिल्ली। आईएएनएसThu, 25 Jun 2020 02:10 PM
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कोरोना लॉकडाउन का असर देशभर में चारों ओर पड़ता दिख रहा है। इस महामारी से देशभर में मठ, मंदिर, मस्जिद और अन्य धार्मिक स्थल प्रभावित हुए हैं। इस दौरान देश के तमाम धार्मिक स्थल बंद रहने के कारण श्रद्धालु भी नदारद रहे। इस वजह से मंदिरों में चढ़ावा आना पूरी तरह बंद हो गया है। दिल्ली में कई मंदिर ऐसे हैं जिनके पुजारियों के सामने अब रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

ऐसे में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने राजधानी दिल्ली के इन मंदिरों की मदद का बीड़ा उठाया है। विहिप ऐसे ही 1000 से अधिक मंदिरों के पुजारियों की सहायता कर रही है।

विहिप के दिल्ली प्रांत के कार्याध्यक्ष वागीश इस्सर ने कहा कि हम दिल्ली के ऐसे मंदिरों के पुजारियों और अन्य सेवादारों की सहायता कर रहे हैं जिनकी माली हालत ठीक नहीं है। हम चाहते हैं कि कोरोना काल में पुजारियों को बुरे दिन न देखने पड़ें। सभी पुजारियों को उनकी जरूरत के अनुसार राशन और कम से कम ढाई हजार रुपये की सहायता की जा रही है। वहीं, विहिप ने राजधानी दिल्ली के 70 मंदिरों में सैनिटाइजेशन मशीनें भी लगाई हैं ताकि श्रद्धालु बिना किसी डर के पूजा-पाठ कर सकें। 

चीनी सामान के बहिष्कार को 27 जून से चलाया जाएगा अभियान

इसके साथ ही वागीश इस्सर ने कहा कि हम चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए अभियान भी चला रहे हैं। अभियान के तहत मंदिरों में श्रद्धालुओं और पुजारियों से अनुरोध करते हैं कि चीन में निर्मित वस्तुओं का इस्तेमाल न करें। चीनी सामानों के बहिष्कार करने के लिए विहिप 27 जून से दिल्ली में बड़ा अभियान चलाने जा रही है। 
 
उल्लेखनीय है कि 25 मार्च से 31 मई तक देशभर में लॉकडाउन लागू था। एक जून से शुरू हुए अनलॉक-1 के तहत सरकार ने पाबंदियों को सिर्फ कंटेनमेंट जोन तक ही सीमित रखा है। एक जून से अधिकतर मंदिर खुल गए हैं, लेकिन कोरोना के डर से अब भी कम दर्शनार्थी ही मंदिरों में पहुंच रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि आगामी तीन-चार महीने तक ऐसे ही हालात रह सकते हैं। ऐसे में विहिप ने कहा कि ऐसी स्थिति में अगले तीन चार महीने का भी हम प्लान बनाएंगे ताकि इन मंदिरों के साथ-साथ पुजारियों और उनके परिवार वालों का समुचित ध्यान रखा जा सके।  

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