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फरीदाबाद में दो फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, अमेरिकी लोगों से करते थे ठगी, नौ लोग गिरफ्तार

सीएम फ्लाइंग टीम ने गुरुवार रात फरीदाबाद में नेशनल हाईवे स्थित एसआरएस टॉवर में चल रहे दो फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर में छापेमारी कर 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। टीम ने इनके कब्जे से सवा लाख...

फरीदाबाद में दो फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, अमेरिकी लोगों से करते थे ठगी, नौ लोग गिरफ्तार
फरीदाबाद। वरिष्ठ संवाददाताFri, 11 Jun 2021 05:06 PM
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सीएम फ्लाइंग टीम ने गुरुवार रात फरीदाबाद में नेशनल हाईवे स्थित एसआरएस टॉवर में चल रहे दो फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर में छापेमारी कर 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। टीम ने इनके कब्जे से सवा लाख रुपये की नकदी, लैपटॉप व हार्ड डिस्क समेत काफी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान बरामद किया है। कॉल सेंटर में कार्यरत लोग अमेरिका के कस्टमर्स को पॉप-अप भेजकर उनके सोशल सिक्योरिटी नंबर की वैधता खत्म होने और उसे दोबारा अपडेट करने के नाम पर डॉलर अपने अकाउंट में डलवाकर ठगी का शिकार बनाते थे।

इस फर्जीवाड़े की सूचना मिलने पर गुरुग्राम डीएसपी इंद्रजीत यादव की देखरेख में मुख्यमंत्री उड़नदस्ता और फरीदाबाद डीएसपी देवेंद्र यादव के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने छापेमारी कर इस अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉलसेंटर का भंडाफोड़ किया। करीब आठ घंटे चली इस छापेमारी के दौरान टीम को एसआरएस टॉवर की सातवीं और पांचवीं मंजिल पर ये दोनों काल सेंटर चलते मिले।

सीएम उड़नदस्ते को सूचना मिली थी कि इन दोनों काल सेंटर में मालिक के अलावा काफी संख्या में कर्मचारी काम करते हैं। इनमें पांचवी मंजिल पर ग्लोबल टैकलाइफ के नाम से कॉल सेंटर बिना दस्तावेज के अवैध रूप से चलाया जा रहा है, जहां विभिन्न सर्विसेज के नाम पर विदेशी नागरिकों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है । टीम ने जब कॉल सेंटर में छापेमारी की तो उसका मालिक गुरेंदर सिंह संधु उर्फ गुरी निवासी एसजीएम नगर, फरीदाबाद और एक कर्मचारी हेडफोन लगाकर अंग्रेजी में बात कर रहा था। कम्प्यूटर सिस्टम में wowPbx सॉफ्टवेयर इंस्टॉल पाए गए। पूछताछ करने पर गुरेंदर ने बताया कि आईपी एक्सटेंशन दिल्ली के ईशान चौधरी बतौर प्रबंधक और गुरुग्राम के सेक्टर-57 निवासी अंकुश, ग्रीनफील्ड कॉलोनी में रहने वाले जींद निवासी विशाल उसके इस काम में मदद करते हैं। सॉफ्टवेयर के माध्यम से यूएस के नागरिकों के कम्प्यूटर सिस्टम पर मैसेज भेजते हैं कि आपके कम्प्यूटर सिस्टम पर उपलब्ध सॉफ्टवेयर की वैधता समाप्त हाने वाली है। अपने सॉफ्टवेयर की वैधता बढ़ाने के लिए हमसे सम्पर्क करें। इस कार्य के लिए हम यूएस में बैठे लोगों से कार्य के अनुसार 50 डॉलर से 300 डॉलर तक धन राशि प्राप्त करके यह फर्जीवाड़ा करते हैं।

सातवीं मंजिल पर चलता मिला दूसरा कॉल सेंटर

इसी तरह दूसरा कॉल सेंटर इसी कॉल सेंटर की सातवीं मंजिल पर चलता मिला। यहां आरोपी अपनी कॉलिंग टीम के साथ मिलकर आईवीआरएस के माध्यम से कस्टमर को वॉइस मेल भेजकर अपने पास कॉल मंगवाने के बाद उन्हें ठगी का शिकार बनाते थे। कॉल सेंटर में बैठे लोग अमेरिका के लोगों से सोशल सिक्योरिटी नंबर के नाम पर धोखाधड़ी से, गिफ्ट कार्ड के माध्यम से धनराशि प्राप्त करके इस फर्जीवाड़े को अंजाम देते हैं। यहां आरोपियों से 01 लैपटॉप, 6 मोबाइल फोन, स्क्रिप्ट के 5 पेज आरोपियों के कब्जा से बरामद किए गए। यहां 10 लड़के और 6 लड़कियां अंग्रेजी भाषा में हेडफोन लगाकर बात कर रहे थे।

अभियुक्तों में से ज्यादातर 10 वीं और 12 वीं पास

आरोपियों में ज्यादातार युवा 10वीं और 12वीं पास हैं, जो अमेरिका में बैठे लोगों को अपने चंगुल में फंसाते थे। इनमें एक कॉल सेंटर का संचालन कर रहे 24 वर्षीय मोहित निवासी राजा गार्डन ओल्ड फरीदाबाद बीबीए पास है। भूड़ कॉलोनी निवासी 31 वर्षीय देव वशिष्ठ 12वीं पास, 26 वर्षीय प्रकाश निवासी ऊंचा गांव 12वीं पास व 31 वर्षीय आसिफ निवासी राजा गार्डन व 32 वर्षीय लिमा नागालैंड हाल तुगलकाबाद कालाकाजा न्यू दिल्ली 10वीं पास है। इसी तरह दूसरे कॉल सेंटर का संचालन कर रहे आरोपियों में गुरेंदर सिंह संधु उर्फ गुरी, ईशांत चौधरी, अंकुश व विशाल भी 10वीं और 12वीं पास बताए हैं।

30 हजार रुपये प्रति माह किराए पर लिया था कॉल सेंटर

आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि एसआरएस टॉवर सेक्टर-31 में यह ऑफिस सातवीं मंजिल पर 30 हजार रुपये प्रतिमाह किराये पर लिया था। इस कॉल सेंटर से अमेरिका के लोगों को सोशल सिक्योरिटी नंबर अपडेट करने के नाम पर उनसे 100 से 500 डॉलर तक की ठगी करते हैं। गिफ्ट कार्ड के माध्यम से अमेरिकी ग्राहकों से धनराशि प्राप्त करते हैं, जिन्हें बैंक खातों में जमा करवाया जाता है।

मार्च 2021 से फर्जी कॉल सेंटर खोलकर अमेरिकियों से कर रहे ठगी 

आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्हें अपना कॉल सेंटर खोलकर अधिक रुपये कमाने का आइडिया आया था। इसके चलते उन्होंने मार्च 2021 में फर्जी कॉल सेंटर खोल लिया, तब से अमेरिकी लोगों को टारगेट करके उनके साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा था। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के गुरुग्राम डीएसपी इंद्रजीत यादव ने बताया कि अभी तक की जांच में सामने आया है कि एक कॉल सेंटर मार्च 2021 से चल रहा है, जबकि दूसरा काफी पहले से चला रहा है, जिसका खुलासा रिमांड के दौरान ऑफिस एग्रीमेंट देखने के बाद किया जाएगा। 

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