दिल्ली में तीसरा SERO सर्वे आज से शुरू, सभी 272 वार्ड से लिए जाएंगे सैंपल
दिल्ली में तीसरे चरण का सिरो सर्वे (Sero Survey) आज शुरू हो रहा है। कोरोना पर काबू पाने के लिए दिल्ली सरकार ने हर महीने सिरो सर्वे कराने का फैसला किया था। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री...
दिल्ली में तीसरे चरण का सिरो सर्वे (Sero Survey) आज शुरू हो रहा है। कोरोना पर काबू पाने के लिए दिल्ली सरकार ने हर महीने सिरो सर्वे कराने का फैसला किया था।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को बताया आज से सिरो सर्वे का तीसरा चरण शुरू हो रहा है। इस बार हम सभी वार्ड का सर्वे कर रहे हैं। सैंपल साइज 17,000 है और करीब एक हफ्ते में सैंपलिंग पूरी हो जाएगी।
इस दौरान देश की जीडीपी में गिरावट को लेकर पूछे गए सवाल पर बोलते हुए जैन ने कहा कि GDP में 23% नहीं, 30% की गिरावट आई है। GDP 6% ऊपर था वो भी चला गया। ये शायद इतिहास में सबसे बड़ी गिरावट है। रोजगार के ऊपर इसका बहुत असर पड़ेगा। सरकार को देखना चाहिए, खाली कोरोना के ऊपर आरोप लगाने से काम नहीं चलेगा।
The third phase of sero-survey is beginning today. This time it is being done on a ward-wise basis. The sample size is 17,000. Sampling will be complete within a week and it will take 7-10 days after that to process it: Delhi Health Minister Satyendar Jain. #COVID19 pic.twitter.com/OC5eiBpyVj
— ANI (@ANI) September 1, 2020
जानकारी के अनुसार, कोरोना पर काबू पाने के लिए दिल्ली में अब तक दो सिरो सर्वे हो चुके हैं और तीसरा सिरो सर्वे आज से शुरू हो रहा है। इस दौरान दिल्ली के सभी 11 जिलों से और सभी आयु वर्ग लोगों के नमूने एकत्र किए जाएंगे। इस दौरान लगभग 17,000 नमूने एकत्र किए जाएंगे।
तीसरे सर्वे में एकत्र किए जाने वाले नमूनों की संख्या दूसरे सिरो सर्वे से अधिक होगी, लेकिन पहले वाले की तुलना में यह अब भी कम होगी जो कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के नेतृत्व में हुआ था।
पहला सिरो सर्वे 27 जून से 10 जुलाई के बीच किया गया था, जिसमें 22.86% लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी पाए गए थे। दूसरा सिरो सर्वे 1 से 7 अगस्त के बीच किया गया था, जिसमें 29.1% लोगों में एंटीबॉडी पाए गए थे। पहले सिरो सर्वे में 21,387 लोगों से नमूने एकत्र किए गए थे, जबकि दूसरे दौर में 15,000 नमूने एकत्र किए गए थे।
दिल्ली के दूसरे सिरो सर्वे से यह भी पता चला था कि यहां पुरुषों (28.3%) की तुलना में महिलाओं (32.2%) में एंटीबॉडीज अधिक थे। दूसरी सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, 18 वर्ष से कम आयु के लोगों में एंटीबॉडी का प्रसार 34.7% पाया गया, 18-50 वर्ष के बीच की आयु वाले 28.5% और 50 से ऊपर की आयु के 31.2% लोगों में एंटीबॉडी थी।