शराब को लेकर दिल्ली सरकार के पास पहुंचीं ये सिफारिशें, जानें क्या कुछ कहा गया है?
आबकारी नीति बनाने के लिए गठित की गई दिल्ली सरकार की एक विशेषज्ञ समिति ने शराब की दुकानों को प्रत्येक वार्ड के हिसाब से बांटने की सिफारिश की है। इसके साथ ही समिति ने शराब खरीदने और पीने की आयु 21 वर्ष...
आबकारी नीति बनाने के लिए गठित की गई दिल्ली सरकार की एक विशेषज्ञ समिति ने शराब की दुकानों को प्रत्येक वार्ड के हिसाब से बांटने की सिफारिश की है। इसके साथ ही समिति ने शराब खरीदने और पीने की आयु 21 वर्ष करने की सिफारिश की है। फिलहाल दिल्ली में शराब खरीदने और पीने की उम्र 25 वर्ष है। आबकारी नीति बनाने के लिए गठित की गई दिल्ली सरकार की इस विशेषज्ञ समिति ने अपनी रिपोर्ट तैयार करके दिल्ली सरकार को सौंप दी है। हालांकि अभी इस विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट को लागू नहीं किया गया है।
समिति के मुताबिक एनडीएमसी क्षेत्र में 24 व इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शराब की छह दुकानों खोली जाएं। प्रत्येक दो वर्ष पर दुकानों का वितरण लॉटरी से किया जाएगा। दिल्ली में हर साल एक अप्रैल तक आबकारी नीति जारी की जाती है। इस नीति को तैयार करने के लिए सरकार ने आबकारी आयुक्त की अध्यक्षता में सितंबर में एक कमेटी गठित की थी।
उप मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि विशेषज्ञ समिति अपनी रिपोर्ट सौंप चुकी है। इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने कहा, विशेषज्ञ समिति ने अपनी सिफारिशें जरूर दिल्ली सरकार को सौंप दी हैं। लेकिन दिल्ली सरकार अपनी नई आबकारी नीति जनता के सुझाव से तैयार करेगी। सरकार इस बारे में अंतिम फैसला कैबिनेट की बैठक में लेगी। आबकारी विभाग, विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट अपलोड कर जनता से सुझाव हासिल करेगा। सुझाव लेने के बाद विभाग अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा। जनता की राय के आधार पर ही वर्ष 2021 के लिए नई आबकारी नीति तय की जाएगी।
विशेषज्ञ समिति ने अपनी रिपोर्ट दिल्ली के आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया को सौंपी है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रिपोर्ट को ऑनलाइन अपलोड कर उस पर जनता से सुझाव लेने को कहा है। इस पूरी प्रक्रिया में शराब कारोबार से जुड़े लोगों के भी सुझाव लिए जाएंगे। समिति द्वारा तय की गई सिफारिशें के मुताबिक केवल गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती के अवसर पर यानी कुल तीन ड्राई डे होने चाहिए। वहीं डिपार्टमेंटल स्टोर को अपने 10 फीसदी हिस्से में बीयर, वाइन व हल्के नशे की बोतल बेचने की इजाजत दी जानी चाहिए।
वहीं शराब मूल्य प्रक्रिया को एक समान और सरल बनाने, टैक्स की चोरी रोकने, शराब की आपूर्ति सुनिश्चित करना और असली-नकली शराब जांचने के लिए दिल्ली सरकार एक ऐप तैयार कर रही है। दिल्ली सरकार के मुताबिक अगले वर्ष के शुरूआती महीनों में यह ऐप जनता को उपलब्ध हो सकेगा। गूगल प्ले स्टोर से ऐप डाउनलोड किया जा सकेगा। बोतल के लेबल पर लगे बारकोड ऐप में स्कैन करने पर पता चल जाएगा कि शराब असली है या नकली। शराब की बोतल पर लगा लेबल बता देगा कि इसके लिए आबकारी विभाग को टैक्स दिया गया है या नहीं।