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भाजपा सांसद की कंपनी के खाते से 10 लाख उड़ाए, साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई एफआईआर

साइबर अपराधी आए दिन लोगों को फंसाने के लिए कोई न कोई हथकंडा अपना रहे हैं। इस बार सोशल मीडिया पर वित्त मंत्रालय की ओर से आर्थिक मदद को लेकर एक मैसेज वायरल कर लोगों को अपने झांसे में ले रहे हैं।

भाजपा सांसद की कंपनी के खाते से 10 लाख उड़ाए, साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई एफआईआर
प्रमुख संवाददाता,नई दिल्लीThu, 12 May 2022 06:56 AM
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साइबर ठगों ने भाजपा सांसद राजू बिस्ता की कंपनी के बैंक खाते से करीब दस लाख रुपये उड़ा लिए। ठगों ने कंपनी के अधिकारी से सांसद बनकर संपर्क साधा था। जब फिर से पैसे ट्रांसफर करने को कहा तो मामले का खुलासा हुआ। फिलहाल मध्य जिला साइबर पुलिस स्टेशन ने एफआईआर दर्ज कर ली है।

जानकारी के अनुसार दार्जिलिंग से सांसद राजू बिस्ता सूर्या रोशनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक भी हैं। कंपनी का ऑफिस राजेंद्र प्लेस में स्थित है। कंपनी के सीजीएम (अकाउंटेंट) विजय गोपाल गुप्ता ने 24 मार्च को साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दी थी। शिकायत के अनुसार 23 मार्च की शाम करीब 5:30 बजे विजय शंकर गुप्ता को व्हाट्सएप से कॉल आई, लेकिन उठाने से पहले ही फोन कट गया।

विजय शंकर ने देखा कि मिस्ड कॉल वाले नंबर पर कंपनी के एमडी राजू बिस्ता की फोटो लगी है। साथ ही चार से पांच मैसेज भी आए हुए हैं। मैसेज अंग्रेजी में लिखे थे जिसमें सांसद ने अपना परिचय देते हुए बताया कि यह उनका व्यक्तिगत फोन नंबर है और वह एक जरूरी बैठक में हैं इसलिए फोन न किया जाए। मैसेज में तुरंत 10 लाख रुपये आरटीजीएस करने के लिए कहा गया था। चूंकि, नंबर पर सांसद की फोटो लगी थी इसलिए विजय शंकर ने तुरंत रुपये ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू की। उन्होंने प्रक्रिया शुरू कर बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर विनोद गोयल को फोन कर जल्द काम करने के लिए कहा।

मामले में पुलिस ने 24 मार्च को एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वारदात में प्रयुक्त बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर के सहारे ठगों को तलाशा जा रहा है।

बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखें

● किसी भी ऐसे लिंक पर क्लिक करने से पहले बार-बार सोचें। अगर इसमें आपको कुछ भी संदिग्ध लगे तो उस पर बिल्कुल भी क्लिक न करें। साथ ही आप साइबर सेल को भी जरूर सूचित करें।

● अपनी जानकारी संभालकर रखें। अगर कंप्यूटर / स्मार्टफोन में इस तरह की जानकारी है तो उसे पासवर्ड या पैटर्न से सुरक्षित करें। सामान्य पैटर्न को साइबर हैकर आसानी से तोड़ लेते हैं।

● फोन को लॉक रखें। अगर आपका डिवाइस खो जाता है तो उस स्थिति में आप अपने डाटा को घर बैठे मिटाने जैसी कुछ व्यवस्था जरूर बनाएं, ताकि साइबर जालसाजों से सुरक्षित रह सकें।

पीए बन रिलेशनशिप मैनेजर से भी की बात
ठग ने रिलेशनशिप मैनेजर विनोद गोयल को फोन किया। उसने भाजपा सांसद का पीए कृष्णा बताते हुए विनोद से तुरंत पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा। जब बैंक खातों में 9,90,972 रुपये ट्रांसफर हो गए तो व्हाट्सएप पर फिर से पैसे मांगे। इस पर सीजीएम विजयशंकर को शक हो गया। उन्होंने तुरंत सांसद के पीए को फोन किया तो सच्चाई खुल गई। इसके बाद विजय ने बैंक को घटना बताई। लेकिन, बैंक जब तक कुछ कर पाता ठगों ने रकम को अन्य खातों में ट्रांसफर कर दिया था।

लिंक पर करा रहे पंजीकरण
खासबात यह है कि फर्जी मैसेज में लोगों को वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए एक लिंक पर क्लिक कर उस पर अपना पंजीकरण करने को कहा गया है। पंजीकरण के दौरान जालसाज झांसे में आकर आवेदन करने वाले लोगों की पूरी डिटेल हासिल कर रहे हैं। हालांकि, पंजीकरण कराने वालों के साथ जालसाजों ने क्या किया? फिलहाल इस बात की तो कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

बढ़ रहे साइबर अपराध

वर्ष कुल शिकायतें

2018 13,200

2019 23,300

2020 37,280

(स्रोत : दिल्ली पुलिस)

अपराधी वित्तीय सहायता मिलने वाला लिंक वायरल कर जालसाजी में जुटे, सरकारी एजेंसी ने इस लिंक को फर्जी बतायाइस मैसेज और लिंक के वायरल होने के बाद संबंधित सरकारी एजेंसियों ने इसे फर्जी करार दिया है और लोगों को सतर्क रहने की भी सलाह दी है। दिल्ली पुलिस भी अपने स्तर पर फर्जी लिंक को वायरल कर जालसाजी की फिराक में जुटे साइबर अपराधियों का तकनीकी आधार पर पता करने में जुटी है। पुलिस का कहना है कि जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा।

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