आफताब ने ब्लैक मेल किया, धमकियां दी, श्रद्धा के पिता ने लगाई इंसाफ की गुहार, फांसी देने की मांग
आफताब पूनावाला की न्यायिक हिरासत की 14 दिन के लिए बढ़ा दी गई है। इस बीच श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने मांग की है कि आफताब को उनकी बेटी की हत्या के लिए फांसी की सजा दी जाए। पढ़ें यह रिपोर्ट...

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दिल्ली की एक अदालत ने श्रद्धा वालकर की कथित तौर पर हत्या करके उसके शव के 35 टुकड़े करने के आरोपी आफताब पूनावाला की न्यायिक हिरासत की 14 दिन के लिए बढ़ा दी है। वहीं इस हत्याकांड को लेकर लगातार खुलासे हा रहे हैं। इस बीच श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने मांग की है कि आफताब को उनकी बेटी की हत्या के लिए फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि आफताब जान से मारने की धमकियां देता था, इसी डर के चलते पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने की हिम्मत नहीं होती थी। विकास वालकर ने कहा कि आफताब श्रद्धा को ब्लैक मेल करता था।
विकास वालकर ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आफताब को मेरी बेटी की हत्या के लिए फांसी दी जानी चाहिए। उसके साथ जो भी श्रद्धा की हत्या में शामिल थे उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। यही नहीं श्रद्धा की शिकायत पर जांच में देरी के लिए वसई और नालासोपारा के पुलिस अधिकारियों और तुलिंज पुलिस (पालघर जिले में) के खिलाफ भी जांच की जानी चाहिए। यदि पुलिस अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की होती तो मेरी बेटी आज जिंदा होती।
श्रद्धा ने नवंबर 2020 में तुलिंज पुलिस को एक लिखित शिकायत दी थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि आफताब मुझे गालियां दे रहा है। मुझे मार रहा है। उसने मेरा गला घोंटकर मुझे मारने की कोशिश की। वह मुझे डराता है और ब्लैकमेल करता है। वह धमकियां देता है कि मुझे मार डालेगा, मेरे टुकड़े-टुकड़े करके फेंक देगा। छह महीने हो गए हैं और वह मुझे मार रहा है, लेकिन मुझमें पुलिस के पास जाने की हिम्मत नहीं थी क्योंकि वह मुझे जान से मारने की धमकी देता था। विकास वालकर ने बताया कि दिल्ली के उपराज्यपाल और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री फडणवीस ने हमें न्याय का भरोसा दिलाया है।
विकास वाकर ने कहा कि मेरी बेटी की बेरहमी से हत्या की गई। वसई पुलिस की वजह से मुझे कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अगर उन्होंने मेरी मदद की होती तो मेरी बेटी जिंदा होती। जैसे मेरी बेटी की हत्या हुई है वैसे ही आफताब पूनवाला को भी उसी तरह का सबक मिलने की मैं उम्मीद करता हूं। आफताब के परिजनों, रिश्तेदारों के साथ इस वारदात में शामिल अन्य सभी के खिलाफ जांच होनी चाहिए। वहीं श्रद्धा के पिता की वकील ने कहा कि लोगों को डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल करने का अधिकार है, लेकिन इन डेटिंग ऐप्स पर नजर रखी जानी चाहिए। मुझे लगता है चार्जशीट में आफताब के परिवार के सदस्यों के नाम होने चाहिए।