ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCRसत्येंद्र जैन को मिला वीआईपी ट्रीटमेंट, नियमों का हुआ उल्लंघन; जांच समिति ने रिपोर्ट में बताया

सत्येंद्र जैन को मिला वीआईपी ट्रीटमेंट, नियमों का हुआ उल्लंघन; जांच समिति ने रिपोर्ट में बताया

जांच रिपोर्ट के मुताबिक सत्येंद्र जैन ने जेल में रहने के दौरान नियमों का उल्लंघन किया और अपने पद का गलत लाभ उठाया। जांच रिपोर्ट के पैरा 26 में बताया गया है कि इसके जरिए उन्होंने विशेष सुविधाओं का लाभ

सत्येंद्र जैन को मिला वीआईपी ट्रीटमेंट, नियमों का हुआ उल्लंघन; जांच समिति ने रिपोर्ट में बताया
Swati Kumariवरिष्ठ संवाददाता,नई दिल्लीThu, 01 Dec 2022 08:37 PM
ऐप पर पढ़ें

दिल्ली के तिहाड़ जेल में सत्येंद्र जैन के वीडियो बाहर आने के बाद अब जांच समिति ने भी अपनी रिपोर्ट में वीआईपी ट्रीटमेंट की बात कही है। प्रमुख सचिव गृह, प्रमुख सचिव कानून और सचिव विजिलेंस ने अपनी जांच रिपोर्ट में नियमों के उल्लंघन का हवाला दिया है। इस मामले में जेल अफसरों की मिलीभगत का दावा जांच रिपोर्ट में किया गया है।

जांच रिपोर्ट के मुताबिक सत्येंद्र जैन ने जेल में रहने के दौरान नियमों का उल्लंघन किया और अपने पद का गलत लाभ उठाया। जांच रिपोर्ट के पैरा 26 में बताया गया है कि इसके जरिए उन्होंने विशेष सुविधाओं का लाभ उठाया। जेल में पांच कैदियों (रिंकू, अफसर अली, मनीष, सोनू सिंह और दिलीप कुमार) को जेल प्रशासन ने दबाव डालकर उनकी सेवा में लगाया। इसमें जेल अधीक्षक, वार्डन और जेल मुंशी शामिल हैं।

रिपोर्ट में तत्कालीन डीजी जेल संदीप गोयल की सत्येंद्र जैन के साथ मिलीभगत बताई गई है। उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही के लिए पैरा 25 में सिफारिश की गई है। सेवा में लगे कैदियों को डर था कि अगर उन्होंने आज्ञा मानने से इनकार कर दिया तो उन्हें जेल में यातना दी जाएगी। जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि सत्येंद्र जैन ने नियमों का उल्लंघन कर अपनी सेल में इसी मामले के सह-अभियुक्त वैभव जैन और अंकुश जैन के अलावा संजय गुप्ता और रमन भूरारिया (जो ईडी के दूसरे मामलों में आरोपी हैं) के साथ बैठक की। ये बैठकें जेल के प्रतिबंधित घंटों के दौरान भी की गईं।

रिपोर्ट के अनुसार, जेल अधिकारियों ने विशेष तौर पर सत्येंद्र जैन की मालिश रिंकू से कराई। तत्कालिक जेल अधीक्षक ने दावा किया था कि यह स्वेच्छा और प्यार से की गई थी। रिपोर्ट के अनुसार, यह दावा गलत है। यह अधिकार का दुरुपयोग और नियमों का उल्लंघन है। जांच रिपोर्ट में जेल में मिलाई के लिए भी नियमों के उल्लंघन का मुद्दा उठाया गया है। समिति ने बताया है कि सत्येंद्र जैन से उनकी पत्नी पूनम जैन और परिवार के अन्य सदस्य नियमों का उल्लंघन कर मिले।

तत्कालीन महानिदेशक संदीप गोयल ने सत्येंद्र जैन से उनके सेल में 6 अक्तूबर को शाम छह बजकर 39 मिनट से सात बजकर 29 मिनट तक, लगभग 50 मिनट तक मुलाकात की। 12 सितंबर को तत्कालीन जेल अधीक्षक अजीत कुमार ने सत्येंद्र जैन से उनके सेल में करीब 15 मिनट तक बातचीत की।

जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि सत्येंद्र जैन ने फल/भोजन और अन्य वस्तुओं की खरीद के लिए अन्य कैदियों के जेल खाता कार्ड का बेनामी उपयोग किया गया था। ये कार्ड वार्डन और अन्य संपन्न कैदियों ने रिचार्ज कराए। उनके करीबी सहयोगी संजय गुप्त ने भी इस तरह की खरीदारी की। इसमें मासिक सात हजार प्रतिकार्ड की सीमा को पार किया गया। जेल नंबर 7 की ड्योढ़ी में बिना सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के सत्येंद्र जैन के परिवार के सदस्यों का बार-बार प्रवेश हो रहा है। यह दिल्ली जेल नियम, 2018 का घोर और गंभीर उल्लंघन है।

अक्तूबर में आठ बार मिलीं जैन की पत्नी
जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि अक्तूबर में सत्येंद्र जैन की पत्नी आठ बार उनसे (जैन से) मिलीं। जेल रिकॉर्ड के मुताबिक कई बार मिलाई के दौरान परिजन भी उनके साथ थे। जांच रिपोर्ट में मिलने की तिथि और समय का भी उल्लेख किया गया है।

इन कैदियों ने दी सेवाएं
रिंकू
: पॉस्को के मामले में जेल में बंद है। उसने जेल में बंद सत्येंद्र जैन की मसाज की।
अफसर अली - पत्नी को भत्ता नहीं देने के मामले में जेल में बंद। उसने जैन के सेल को साफ किया और पोछा लगाया।
मनीष - पॉस्को के मामले में बंद। जैन को फल और बाहर का खाना उपलब्ध कराया।
सोनू सिंह - पत्नी को भत्ता नहीं देने के मामले में बंद। जैन के सेल की सफाई की और पोछा लगाया।
दिलीप कुमार - तिहाड़ मे जैन को सफाई की सुविधा प्रदान की।
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें