पूरे पैर में फैल गया था इंफेक्शन, डॉक्टरों ने कटने से बचाने को किया ये काम
दिल्ली के संत परमांनद अस्पताल में डॉक्टरों ने अनूठा ऑपेरशन कर एक मरीज के पैर को कटने से बचा लिया। डॉक्टरों ने उसको विकलांग होने से तो बचाया ही, वहीं उसके शरीर में इंफेक्शन फैलने से भी बचा...
दिल्ली के संत परमांनद अस्पताल में डॉक्टरों ने अनूठा ऑपेरशन कर एक मरीज के पैर को कटने से बचा लिया। डॉक्टरों ने उसको विकलांग होने से तो बचाया ही, वहीं उसके शरीर में इंफेक्शन फैलने से भी बचा लिया। वहीं उसका ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट भी किया। मरीज ने यहां से पहले खुद को कई जगह दिखाया था।
मरीज की पहचान दिल्ली के शाहदरा के रहने वाले दीपक अग्रवाल के रूप में हुई है। दीपक अग्रवाल ने बताया कि एक साल पहले उनको घुटनों में दिक्कत हुई थी। अस्पताल जाने के बाद पता चला कि हड्डी में संक्रमण है। जिसके बाद उन्होंने एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन कराया। हालांकि उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ और डॉक्टरों ने उनसे कह दिया कि पूरे पैर में संक्रमण है। इसके लिए पैर काटना पड़ेगा।
इस दौरान मरीज के परिजन आकर संत परमानंद अस्पताल के सीनियर ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. साइमन थॉमस से मिले। डॉ. थॉमस के अनुसार, कई ऑपरेशन होने से दोबारा ऑपेरशन मुश्किल था। ऐसे में लिम्ब सैल्वेज सर्जरी कर उसे बचाया। ऑपरेशन के बाद पैर में करीब चार सेंटीमीटर के ट्यूमर होने की बात सामने आई। इसको निकालने के बाद फिर से ऑपरेशन से जूझना पड़ा। इस दौरान फिर से ट्यूमर हुआ। जिसके बाद उनकी मेगा प्रोस्थेसिस टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की गई।
गौर करने वाली बात है कि इसके बाद भी दीपक को आराम नहीं मिला। चंद दिनों बाद उन्हें पता चला कि ऑपरेशन वाले घुटने में संक्रमण हो चुका है। संक्रमण ऐसा था कि घुटने में चारों तरफ से घाव बह रहा था। डॉ. थॉमस ने बताया की दुनिया में ऐसे चुनिंदा मामले मिलते हैं। उसका ऑपेरशन दो चरणों में हुआ। पहले चरण में तमाम मृत ऊतकों और संक्रमित प्रत्यारोपण को हटाया गया, वहीं आखिरी चरण में मरीज के घुटने का नया प्रत्यारोपण किया।