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गुड न्यूज: ग्रेटर नोएडा में सात हजार फ्लैटों की रजिस्ट्री का रास्ता साफ

उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाली ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों के सात हजार फ्लैटों की रजिस्ट्री का रास्ता साफ हो गया है। यूपीसीडा ने इनका फ्लोर एरिया रेशियो बढ़ा दिया है।

Sudhir Jha हिन्दुस्तान, ग्रेटर नोएडाMon, 12 Aug 2024 01:59 AM
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उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के अंतर्गत आने वाली ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों के सात हजार फ्लैटों की रजिस्ट्री का रास्ता साफ हो गया है। यूपीसीडा ने इनका फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) बढ़ा दिया है। ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट (ओसी) और कंप्लीशन सर्टिफिकेट (सीसी) मिलने के बाद फ्लैट मालिक अपनी रजिस्ट्री करा सकेंगे।

यूपीसीडा के औद्योगिक सेक्टर सूरजपुर साइट सी में शिवालिक होम्स, मिग्सन ग्रीन मेनशन, ओएसिस, न्यू टेक ला गैलेक्सी, पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्ट समेत आठ ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी हैं। इनमें बिल्डरों ने तय फ्लोर एरिया रेशियो से अधिक निर्माण कर रखा है। इसके चलते इन सोसाइटियों को ओसी और सीसी जारी नहीं हो पा रहे। अब यूपीसीडा ने फ्लैट खरीदारों की समस्या का समाधान कर दिया है।

पहले सभी ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी का अधिकतम एफएआर 2.75 था, जिससे बढ़ाकर 3.75 तक कर दिया गया है। इससे नक्शे के हिसाब से किए गए अतिरिक्त निर्माण की समस्या समाप्त हो गई है। अब सभी बिल्डर अपने ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए ओसी और सीसी के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद जल्द रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।

आठ वर्षों से हो रही थी मांग शिवालिक होम्स सोसाइटी निवासी हिमांशु शेखर ने बताया कि पिछले आठ वर्षों से रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की जा रही है। इसको लेकर कई बार प्रदर्शन भी हो चुके। यूपीसीडा की ओर से एफएआर बढ़ाने से रजिस्ट्री शुरू होने की उम्मीद जगी है। मिग्सन ग्रीन मेनशन सोसाइटी निवासी सुजीत ने बताया कि बिल्डर द्वारा एफएआर से अधिक निर्माण करने की वजह से सोसाइटी को ओसी और सीसी नहीं मिल पा रहा। अब यूपीसीडी ने एफएआर को बढ़ा दिया है। इससे आसानी से ओसी और सीसी मिल जाएगी।

यूपीसीडा के अंतर्गत आने वाली ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों के बिल्डरों पर करोड़ों रुपये बकाया हैं। इससे जमा कराए बिना बिल्डरों को ओसी और सीसी नहीं मिलेगा। यूपीसीडा द्वारा सभी बिल्डरों को बकाया जमा करने के लिए नोटिस भेजे जा रहे हैं। बिल्डरों से कहा गया है कि पहले बकाया जमा कराना होगा। इसके बाद ओसी और सीसी की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।

क्रेडाई एनसीआर के जनरल सेक्रेटरी गौरव गुप्ता ने कहा कि यूपीसीडा ने अगर एफएआर बढ़ाने का निर्णय लिया है तो यह स्वागत योग्य है। जमीन की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे में एफएआर बढ़ना बेहद जरूरी है। वर्टिकल डेवलपमेंट जरूरी है।

क्रेडाई वेस्टर्न यूपी के सेक्रेटरी दिनेश गुप्ता ने कहा कि अतिरिक्त एफएआर प्राप्त होने से बिल्डर को टावरों में अतिरिक्त फ्लोर बनाने की अनुमति मिल जाती है। इससे बिल्डर अतिरिक्त फ्लैट बनकर अर्जित राशि से प्राधिकरण की देनदारी चुका देता है। वह ओसी या सीसी प्राप्त कर लेता है।

गौतमबुद्धनगर यूपीसीडा रीजनल मैनेजर अनिल कुमार शर्मा एफएआर से अधिक निर्माण की वजह से सभी ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट की ओसी और सीसी की प्रक्रिया रुकी हुई थी। इसका समाधान कर एफएआर को बढ़ा दिया गया है।

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