Raksha Bandhan: रक्षाबंधन पर बहनों को तोहफा, गाजियाबाद में रोडवेज बसों में फ्री यात्रा कर सकेंगी महिलाएं
गाजियाबाद सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस के प्रबंधक पीआर बेलवारियार ने बताया कि ई-बस सेवा सुबह छह बजे से राज 10 बजे तक ही संचालित होती है। इसी अवधि के बीच महिलाएं सफर कर सकेंगी।

रक्षा बंधन के पर्व पर महिलाओं को इलेक्ट्रिक और रोडवेज बसों में दो दिनों तक फ्री में सफर करने की छूट दी गई है। इसका फायदा जिले की 30 हजार महिलाओं को मिलेगा। इसको लेकर विभाग की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गाजियाबाद जिले की विभिन्न रूटों पर 90 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जा रहा है। रक्षा बंधन के पर्व को ध्यान में रखते हुए नगरीय परिवहन निदेशालय की ओर 30 अगस्त रात 12 बजे से 31 अगस्त रात 12 बजे तक महिलाओं के लिए बसों की सेवा मुफ्त मुहैया कराई जाएगी। पर्व को देखते हुए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
गाजियाबाद सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस के प्रबंधक पीआर बेलवारियार ने बताया कि ई-बस सेवा सुबह छह बजे से राज 10 बजे तक ही संचालित होती है। इसी अवधि के बीच महिलाएं सफर कर सकेंगी। उन्होंने बताया कि इन दो दिनों के भीतर महिलाओं को जीरो बैलेंस के टिकट दिए जाएंगे। इससे पता चल पाएगा कि कितनी संख्या में महिलाओं ने इस सेवा का लाभ लिया है। उन्होंने बताया कि टिकट पर बस में सवार होने के स्थान के साथ ही उतरने वाले स्थान की जानकारी भी दर्ज की जाएगी। जिससे महिलाएं आसानी से अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच सकेंगी।
30 हजार महिलाओं को मिलेगा फायदा
रक्षाबंधन के पर्व पर फ्री के सफर में रोडवेज और इलेक्ट्रिक बसों से जिले की 30 हजार महिलाओं को रोज फायदा मिलेगा।अब तक जो महिलाएं भाई को राखी बांधने से वंचित रह जाती थी वो भी राखी समय पर बांध सकेंगी। इसके साथ ही महिलाओं के साथ सफर करने वाले पुरूषों का किराया भी लगेगा।
इन रूटों पर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन होगा
कौशांबी बस अड्डा से गोविंदपुरी तक
मोदीनगर से गोविंदपुरी तक
कौशांबी से दादरी तक
कौशांबी से पिलखुआ तक
दिलशान गार्डेन से मसूरी तक
पुराने बस अड्डा से लोनी तक
रोडवेज की 200 बसें चलेंगी
गाजियाबाद रीजन में रक्षा बंधन के त्यौहार पर विभिन्न डिपो से 200 बसों का संचालन किया जाएगा। जिससे महिलाओं को आने जाने में कोई भी परेशानी न हो। क्षेत्रीय प्रबंधक केएन चौधरी ने बतााय कि महिलाओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बसों की सेवा मुफ्त मुहैया कराई जा रही है। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ने पर बसों के चक्कर को बढ़ा दिया जाएगा।