दिल्ली में टला राजेंद्र नगर जैसा हादसा, लाइब्रेरी में छात्रा को लगा करंट; हाथ-पैर ने काम करना किया बंद
दिल्ली में जहां एक तरफ तीन यूपीएसएसी छात्रों की मौत को लेकर प्रदर्शन जारी है। वहीं दूसरी ओर राजिंदग नगर में ही एक छात्रा को करंट लगा है। उसकी हालत में धीरे-धीरे सुधार आ रहा है।
दिल्ली में बीते शनिवार को राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में तीन छात्रों की डूबने से हुई मौत को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। वहीं दूसरी तरफ एक छात्रा मौत के मुंह में जाने से बच गई है। लाइब्रेरी में अटेंडेंस लगाने के लिए बायोमेट्रिक मशीन का इस्तेमाल करते समय उसे करंट का जोरदार झटका लगा। कोचिंग सेंटर में बारिश की वजह से पानी आ गया था। छात्रा की पहचान वाणी अवस्थी के तौर पर हुई है। फिलहाल उसका बरेली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना गुरुवार को घटी।
छात्रा का इलाज कर रहे डॉक्टर सुदीप सरन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि वाणी को अपनी अटेंडेंस रजिस्टर करने के लिए बायोमेट्रिक मशीन का इस्तेमाल करते समय बिजली का झटका लगा। उन्होंने कहा, 'वाणी दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में पढ़ रही थी, जहां यह घटना जलभराव (राष्ट्रीय राजधानी में बारिश के बाद) के दौरान हुई। उससे एक दिन पहले, जब वह अपनी कोचिंग क्लासिस के लिए वहां पहुंची और गेट से अंदर गई, तो जहां बायोमेट्रिक मशीन लगी थी, वहां जलभराव था। उसने अटेंडेंस के लिए अपना अंगूठा लगाया और जैसे ही उसने गेट को छुआ, उसे करंट लग गया क्योंकि गेट में करंट था।'
डॉ. सरन ने कहा, 'वह बेहोश हो गई, उसे सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया और वहां उसे भर्ती कराया गया। काफी देर बाद उसे होश आया। फिर उसे एंबुलेंस से यहां लाया गया। उसे यहां आईसीयू में भर्ती कराया गया है। शुरुआत में उसकी हालत बहुत गंभीर थी...उसे फोबिया हो गया था...नतीजतन, उसके बाएं पैर और हाथ ने काम करना बंद कर दिया था।' उन्होंने कहा कि काउंसलिंग और दवा के बाद उसकी हालत में सुधार हो रहा है।
डॉक्टर ने आगे कहा, 'कुछ काउंसलिंग और दवाइयों की मदद से उसकी हालत में सुधार आया है। अब वह ठीक से बोल सकती है लेकिन उसे अब भी घबराहट हो रही है...उसे सामान्य होने में कुछ समय लगेगा...हमें देखना होगा कि इस घटना ने उसके बौद्धिक (इंटेलिजेंस) स्तर पर कोई असर डाला है या नहीं।' नई दिल्ली के करोल बाग में एक प्रत्यक्षदर्शी श्वेता ने एएनआई को बताया कि बायोमेट्रिक मशीन लोहे के गेट पर लगाई गई थी।
श्वेता ने एएनआई को बताया, 'यहां 1-2 हफ्ते पहले बारिश हुई थी। लोहे के गेट पर बायोमेट्रिक मशीन लगाई गई है। गेट को छूने के बाद उसे करंट लग गया...उसे आरएमएल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे 1-2 दिनों के लिए आईसीयू में भर्ती कराया गया। जब वह थोड़ी सामान्य हुई, तो उसे आगे के इलाज के लिए उसके गृहनगर बरेली भेज दिया गया।' घटना के बाद कोचिंग सेंटर के मालिक ने बायोमेट्रिक मशीन हटा दी। उन्होंने कहा, 'उन्होंने दो दिन बाद लाइब्रेरी बंद कर दी। अब इसे ट्रांसफर किया जा रहा है। लाइब्रेरी बेसमेंट से चल रही थी... मैंने वाणी से बात की है। वो अब ठीक है।'