कितनी मजबूत है गुरुग्राम की यह सोसाइटी? 11 टावर की होगी जांच; आए दिन प्लास्टर गिरने से लोग परेशान
गुरुग्राम की एक और सोसाइटी रहने के लिए सेफ नहीं है। सेक्टर-109 स्थित रहेजा अथर्वा सोसाइटी के 11 रिहायशी टावर की मजबूती जांची जाएगी। पहले चरण में केवल छह टावर की जांच हो पाई थी।
गुरुग्राम सेक्टर-109 स्थित रहेजा अथर्वा सोसाइटी के 11 रिहायशी टावर की मजबूती जांचने का रास्ता साफ हो गया है। नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग ने इस सोसाइटी की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को आदेश जारी किए हैं कि वे सरंचनात्मक जांच कर रही कंपनी से इन टावर की जांच अपने खर्च पर करवा सकते हैं। इस खर्च की राशि को बाद में रहेजा लिमिटेड से वसूलकर उन्हें वापस दिलवाया जाएगा।
गत 11 जुलाई को रहेजा अथर्वा सोसाइटी की आरडब्ल्यूए ने नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के डीटीपीई कार्यालय में पत्र लिखा था। इसके मुताबिक पिछले साल डीटीपीई कार्यालय की तरफ से सरंचनात्मक जांच को लेकर नियुक्त एक कंपनी ने उनकी सोसाइटी में पहले चरण की जांच शुरू की थी। 11 टावर में से सिर्फ छह टावर की जांच हो सकी थी। पांच टावर के नक्शे नहीं मिलने के कारण यह जांच अधर में अटक गई थी। इस जांच को पूरा करवाया जाए।
आरडब्ल्यूए इस जांच को पूरा करवाने के लिए राशि देने को तैयार है, लेकिन इस राशि को बाद में बिल्डर से वसूल करके आरडब्ल्यूए को दी जाए। इस पत्र को डीटीपीई ने जिला उपायुक्त से अवगत करवाया था। जिला उपायुक्त से निर्देश मिलने के बाद डीटीपीई ने आरडब्ल्यूए को जांच को पूरा करवाने के लिए पत्र लिख दिया है। नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग ने इस सोसाइटी की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को आदेश जारी किए हैं कि वे सरंचनात्मक जांच कर रही कंपनी से इन टावर की जांच अपने खर्च पर करवा सकते हैं। इस खर्च की राशि को बाद में रहेजा लिमिटेड से वसूलकर उन्हें वापस दिलवाया जाएगा।
यह है मामला
रहेजा अथर्वा सोसाइटी से आए दिन प्लास्टर झड़ने के मामले सामने आ रहे थे। चिंटल पैराडाइसो हादसे के बाद जिला प्रशासन ने 15 रिहायशी सोसाइटियों का चयन सरंचनात्मक जांच के लिए किया था, जिसमें रहेजा अथर्वा शामिल हैं। इस सोसाइटी का सर्वे रहेजा लिमिटेड की तरफ से सहयोग नहीं करने के कारण अधर में अटका हुआ है। न तो इसने जांच के लिए रिहायशी टावर के नक्शे उपलब्ध करवाए हैं और न ही राशि जमा करवाई है। डीटीपीई ने इस बिल्डर की जमीन से सरंचनात्मक जांच की राशि को वसूल करने के लिए जिला उपायुक्त कार्यालय में पत्र लिखा हुआ है, जोकि विचाराधीन है।
रहेजा अथर्वा निवासी अंजन देवेश्वर ने कहा, 'इस सोसाइटी की हालत बेहद खराब है। जगह-जगह से प्लास्टर झड़ा हुआ नजर आ रहा है। बिल्डर ने सरंचनात्मक जांच को अधर में छोड़ दिया है।'
नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग डीटीपीई के मनीष यादव ने कहा, 'रहेजा अथर्वा सोसाइटी की आरडब्ल्यूए ने आग्रह किया था कि वे अपने स्तर पर सरंचनात्मक जांच करवाने को तैयार हैं। फिलहाल इस राशि को आरडब्ल्यूए दे देगी, लेकिन इस राशि को बाद में बिल्डर से दिलवाया जाए। आरडब्ल्यूए को जांच करवाने की मंजूरी दे दी है। बिल्डर से राशि वसूलकर आरडब्ल्यूए को दिलवाई जाएगी।'