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सूरजकुंड मेला आज से शुरू, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया उद्घाटन, देखें PHOTOS

34वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला शनिवार 1 फरवरी से शुरू हो गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रिबन काटकर औपचारिक रूप से मेले का शुभारंभ किया। हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण...

34वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला के शुभारंभ के मौके पर नाचते विदेशी कलाकार और पर्यटक। हिन्दुस्तान
1/ 534वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला के शुभारंभ के मौके पर नाचते विदेशी कलाकार और पर्यटक। हिन्दुस्तान
34वें सूरजकुंड मेला घूमने आए विदेशी पर्यटक। हिन्दुस्तान
2/ 534वें सूरजकुंड मेला घूमने आए विदेशी पर्यटक। हिन्दुस्तान
34वें सूरजकुंड मेला में अपनी कला का प्रदर्शन करते कलाकार। हिन्दुस्तान
3/ 534वें सूरजकुंड मेला में अपनी कला का प्रदर्शन करते कलाकार। हिन्दुस्तान
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 34वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला का रिबन काटकर शुभारंभ किया। हिन्दुस्तान
4/ 5राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 34वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला का रिबन काटकर शुभारंभ किया। हिन्दुस्तान
34वें सूरजकुंड मेला में अपनी कला का प्रदर्शन करते कलाकार। हिन्दुस्तान
5/ 534वें सूरजकुंड मेला में अपनी कला का प्रदर्शन करते कलाकार। हिन्दुस्तान
फरीदाबाद। हिन्दुस्तान टीम Sat, 01 Feb 2020 01:22 PM
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34वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला शनिवार 1 फरवरी से शुरू हो गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रिबन काटकर औपचारिक रूप से मेले का शुभारंभ किया। हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने समारोह की अध्यक्षता की। इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, हरियाणा के पर्यटन मंत्री कंवरपाल और उज़्बेकिस्तान दूतावास के राजदूत रहाद आरिव भी मौजूद रहे।

सूरजकुंड मेला कला-कौशल का स्थापित मंच बना 

सूरजकुंड मेले का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि यह मेला भारत के लोगों की कला-कौशल का स्थापित मंच बन गया है। यहां विलुप्त होती कला को बचाया जा रहा है। वहीं शिल्पकारों को अपनी कला बेचने के लिए बाजार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मेला देश ही नहीं बल्कि अन्य देशों के लिए भी कला का संगम बना है। इसके सफल आयोजन के लिए राष्ट्रपति ने मेला आयोजकों की तारीफ भी की।

भारत त्योहारों का देश है

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत मेलों और त्योहारों का देश है। जिनके जरिये भारत की संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के मेलों में आकर बच्चे और युवा अपनी संस्कृति के बारे में एक ही जगह जानकारी जुटा रहे हैं। मेले में कला, खान-पान आदि एक ही जगह मिलते हैं।

उज्बेकिस्तान से भारत का दिल मिला है

राष्ट्रपति ने कहा कि मेले के सहभागी देश उज्बेकिस्तान से भारत की बेशक सीमा नहीं मिली है, मगर दिल मिला हुआ है। राष्ट्रपति ने हिमाचल के लोगों की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि हिमाचल बेशक छोटा प्रदेश है, लेकिन वहां के लोगों का दिल बड़ा है।

अर्थव्यवस्था भी मजबूत कर रहा मेला

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि मेला एक तरफ जहां कला संस्कृति का संगम बना है, वहीं लोगों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहे हैं। यहां मेले में भी हथकरघा के रूप में बुनकरों को रोजगार मिल रहा है।

हिमाचल में बनाया जाएगा नया एयरपोर्ट : जयराम

इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावना है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में नया एयरपोर्ट बनाया जाएगा। इसके अलावा दो पुराने एयरपोर्ट का विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी मजबूत करने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है।

हरियाण में पर्यटन का किया जा रहा विस्तार: मनोहर लाल

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मेले के जरिये हरियाण में पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में फार्म और ईको पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश मेले का थीम स्टेट है। यह प्रदेश कुदरती सौंदर्य से आकर्षित करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले के जरिये भारतीय लोक कला, लोक संगीत को बढ़ावा मिल रहा है। हरियाणा का पुराना इतिहास है। इसकी संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है। विदेश में भी हरियाणा की संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है। तिरुपति बाल मंदिर का निर्माण हो चुका है। अक्षरधाम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अरावली में पर्यटन के रूप में विकसित करने की संभावना है।

हिमाचल प्रदेश है थीम स्टेट

सूरजकुंड मेला की शुरुआत वर्ष 1987 में पहली बार हस्तशिल्प, हथकरघा और भारत की सांस्कृतिक विरासत की समृद्धि और विविधता को प्रदर्शित करने के लिए की गई थी। इसमें थीम स्टेट और सहभागी देश बनाने की परंपरा है। इस बार थीम स्टेट हिमाचल प्रदेश है और सहभागी देश उज्बेकिस्तान है। सूरजकुंड मेला प्राधिकरण और हरियाणा पर्यटन द्वारा केंद्रीय पर्यटन, कपड़ा, संस्कृति, विदेश मंत्रालय और हरियाणा सरकार के सहयोग से संयुक्त रूप से आयोजित किया गया है। यह मेला शिल्प, संस्कृति और भारत के व्यंजन  प्रदर्शन के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यटन कैलेंडर पर गर्व और प्रमुखता से स्थान रखता है।

यह देश ले रहे हैं हिस्सा

इस बार सूरजकुंड शिल्प मेले में 40 से अधिक देश हिस्सा ले रहे हैं जिसमें - उज्बेकिस्तान, नेपाल, अफगानिस्तान, न्यूजीलैंड, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, ट्यूनीशिया, जिम्बाब्वे, बुरूंडी, सेनेगल, जाम्बिया, कोमोरोस, तुर्की, मिस्र, सीरिया, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड, श्रीलंका, अर्जेंटीना, नाइजर, ताजिकिस्तान ,बांग्लादेश, लेबनान, घाना, सेशेल्स, इथियोपिया, मोरक्को, फिलिस्तीन, भूटान, युगांडा, आर्मेनिया, मालदीव, सूडान, केन्या और लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो शामिल हैं।

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